कारों व रेहडिय़ों पर शराब पीने-पिलाने का धंधा जोरों पर!

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 08:04 AM (IST)

जालंधर (रमन): पाबंदी के बावजूद शहर में कारों व रेहडिय़ों पर शराब पीने-पिलाने का धंधा रुक नहीं रहा। पुलिस प्रशासन की सख्ती के बावजूद बहुत-सी ऐसी जगहें हैं जहां पर खुले में शराब पिलाने का काम चल रहा है। इस काम में उन चौकों पर खड़े रेहड़ी वाले भी पीछे नहीं हैं। पिक एंड चूज की नीति से पुलिस की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ रही है। शहर में कई ऐसी पूरी-चने, बर्गर, अंडे, मीट व अन्य सामान बेचने वाली रेहडिय़ां हैं जिन पर अक्सर दिन ढलते ही नशेड़ी किस्म के लोग शराब पीते नजर आते हैं।

हालात ये हैं कि कई बड़े घरों के लड़के कुछ खास रेहडिय़ों पर रोजाना ही इकट्ठे होकर कुछ खाने के साथ-साथ शराब और सिगरेट पीते नजर आते हैं। रेहड़ी वालों के स्टील के गिलासों में बर्गर के साथ पानी पीने की जगह नौजवान शराब पीते दिखाई देते हैं। नशे की हालत में ये नौजवान कई बार नजदीक से गुजरती महिलाओं पर कमैंट करते हैं या फिर आपस में लडऩे लगते हैं।

इन स्थानों पर अक्सर पिलाई जाती है खुले में शराब
 ऐसा नजारा शहर के विभिन्न चौकों पर लगी रेहडिय़ों पर हर रोज देखने को मिलता है। खासकर मॉडल टाऊन, मदन फ्लोर मिल, भगत सिंह चौक, लंबा पिंड चौक, किशनपुरा चौक, रेलवे रोड, ज्योति चौक, पठानकोट चौक, मकसूदां चौक, ट्रांसपोर्ट नगर, कचहरी चौक आदि जगहों पर अक्सर रेहड़ी वालों के पास युवकों को शराब पीते और लड़ते-झगड़ते देखा जाता है, मगर प्रशासन ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देता।

पुलिस कमिश्नर के आदेशों पर दर्ज हुए थे कुछ पर्चे
पुलिस कमिश्नर ने शहर में खुलेआम कारों व रेहडिय़ों पर शराब पीने व पिलाने वाले लोगों पर कार्रवाई करने के आदेश जारी किए थे जिस पर पुलिस ने अपने-अपने इलाके में सख्ती दिखाते हुए कई लोगों पर पर्चे दर्ज किए थे, मगर शहर के कई पॉश इलाके जहां पर अभी भी सरेआम पीने-पिलाने का कारोबार चल रहा है, की तरफ पुलिस का ध्यान नहीं जा रहा। लोगों की पुलिस और प्रशासन से मांग है कि पिक एंड चूज वाली नीति छोड़ शहर के बाकी इलाकों में समय-समय पर ऐसे लोगों पर कार्रवाई जारी रखें।

लगातार नहीं होती पुलिस की कार्रवाई
लगातार कार्रवाई न होने से ऐसे लोगों के हौसले और बुलंद हो जाते हैं, परनाला वहीं का वहीं रह जाता है। पुलिस सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करती है। कई बार रेहडिय़ों पर खड़े होकर शराब पीने वाले और पिलाने वाले लोगों को काबू किया गया मगर समस्या वहीं की वहीं खड़ी नजर आती है और फिर रेहड़ी पर शराब पिलाना शुरू हो जाता है जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है।

Anjna