ड्रग तस्करी मामले में दिल्ली पुलिस ने होशियारपुर में किया मास्टरमाइंड को गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Jun 02, 2020 - 10:52 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ड्रग तस्करी मामले में मास्टरमाइंड माने जाते होशियारपुर के गुरमीत सिंह को गिरफ्तार कर मैडीकल करवाने के बाद अपने साथ नई दिल्ली लौट गई। देर रात तक हालांकि पुलिस इस संबंध में कुछ भी कहने से कतराती रही लेकिन पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस आज गुरमीत सिंह को गिरफ्तार कर मैडीकल जांच करवाने के बाद अपने साथ लेकर दिल्ली चली गई है।

क्या है मामला
इस बहुचर्चित मामले में दिल्ली पुलिस शुक्रवार को दिल्ली के रिंग रोड पर स्थित बुराड़ी चौक पर गुप्त सूचना के आधार पर इटियोस कार में सवार होशियारपुर के 2 आरोपियों 38 वर्षीय शान मसीह पुत्र सोहनलाल निवासी बस्सी बाहियां व 28 वर्षीय चेतन पटियाल पुत्र भुपिन्द्र सिंह निवासी पटियाल के पास से करीब 2 करोड़ रुपए की 12 किलोग्राम अफीम सहित पहले ही गिरफ्तार कर ली थी। दिल्ली पुलिस दोनों ही आरोपियों से पूछताछ के आधार पर कल सोमवार रात ही होशियारपुर पहुंच गुरमीत सिंह को घेरने के लिए जाल बिछा रखी थी। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि टैक्सी के धंधे की आड़ में यह लोग झारखंड से अफीम की तस्करी कर दिल्ली व पंजाब में आपूर्ति करते थे।

कैसे चढ़े थे शुक्रवार को दोनों ही आरोपी दिल्ली पुलिस के हत्थे
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डी.सी.पी. प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक इंस्पैक्टर शिवकुमार को जानकारी मिली थी कि बुराड़ी चौक के पास 2 लोग ड्रग्स लेकर आने वाले हैं और उन्हें ये ड्रग्स दिल्ली और पंजाब में किसी को सप्लाई करनी है। 29 मई की सुबह उसी जगह पर एक इटियोस कार आकर रुकी और पुलिस ने कार में बैठे 2 लोगों को पकड़ लिया। जांच के दौरान कार के खिडक़ी के साथ बने गुप्त स्थान पर छिपाकर रखे 2 करोड़ रुपए कीमत की 12 किलो अफीम बरामद हुई। 

प्रवासी मजदूरों को झारखंड छोड़ने के लिए बनाया था ई-चालान
दिल्ली पुलिस के अनुसार शुक्रवार को गिरफ्तारी के समय इटियोस गाड़ी में प्रवासी मजदूरों को झारखंड ले जाने के लिए होशियारपुर प्रशासन की तरफ से तैयार ई-पास भी मिला था। आरोपियों ने पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में बताया कि ई पास उन्होंने प्रवासी मजदूरों को झारखण्ड ले जाने के नाम पर बनवाया था लेकिन लॉकडाउन में इसी पास के जरिये वो 3 बार झारखंड जा चुके हैं और झारखड के नक्सल प्रभावित इलाके हजारीबाग से अफीम लेकर लौटते थे। दोनों ने ही पुलिस को बताया था कि उनके गैंग का मास्टरमाइंड गुरमीत सिंह है। 
 

Mohit