ड्रग्स के धंधे में उतरे विदेशी छात्रों को स्लीपर सैल बना देश विरोधी गतिविधियों में हो सकता है इस्तेमाल

punjabkesari.in Monday, Mar 04, 2019 - 07:48 AM (IST)

जालंधर(कमलेश): मौजूदा समय में कई ऐसे केस देखने को मिले हैं, जिसमें विदेशी नाइजीरियन छात्रों को ड्रग्स की भारी मात्रा के साथ गिरफ्तार किया गया है, पूछताछ में यह ही सामने आता है कि उन्हें प्रत्येक डिलीवरी के लिए कुछ पैसे दिए जाते हैं। विदेश से भारत पढऩे आए कुछ छात्र टूरिस्ट वीजा पर भारत आए और ड्रग्स की तस्करी में लग गए। ऐसे में कुछ नाइजीरियन्स को ड्रग ट्रेड का स्लीपर सैल कहना गलत नहीं होगा। पैसे के लालच में ऐसा काम कर रहे कुछ नाइजीरियन्स देश विरोधी ताकतों के हाथ में आकर उनके लिए भी स्लीपर सैल का काम कर सकते हैं। देश विरोधी ताकतों की नजर अक्सर ऐसे विदेशी छात्रों पर रहती है जोकि शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने के शौकीन हैं। ऐसे ही कुछ छात्रों का इस्तेमाल बड़ी वारदातों के लिए किया जा सकता है।

क्रिमिनल रिकार्ड न होने पर जल्द नहीं होता शक
नाइजीरियन्स को देश विरोधी ताकतें इसलिए भी इस्तेमाल कर सकती हैं क्योंकि उनका भारत में कोई क्रिमिनल रिकार्ड नहीं होता और वे भारत स्टडी वीजा या टूरिस्ट वीजा पर आते हैं। विदेशी छात्रों के कस्बे के कुछ लोग पहले ही भारत में आकर ड्रग ट्रेड से जुड़ गए होते हैं और ऐसे विदेशी क्रिमिनल उन्हें भी क्राइम की दुनिया में घुसने के लिए लग्जरी लाइफ का लालच देते हैं।

दिल्ली में क्राइम का अड्डा बनाए बैठे नाइजीरियन के जालंधर में भी हैं कॉन्टैक्ट
दिल्ली में कई इलाकों में क्राइम का अड्डा बनाए बैठे कुछ क्रिमिनल माइंडिड नाइजीरियन के जालंधर में भी उनके देश से आए युवकों और युवतियों के साथ कॉन्टैक्ट हैं। ऐसे में यह जालंधर के लिए भी खतरे की घंटी है क्योंकि वे उन्हें भी बहका सकते हैं। खतरा इसलिए भी ज्यादा बढ़ सकता है क्योंकि पंजाब में ड्रग्स के साथ पकड़े गए आरोपियों में केवल नाइजीरियन युवक ही नहीं नाइजीरियन युवतियां भी शामिल रही हैं। जालंधर के कई पी.जी. और फ्लैट में नाइजीरियन और अफ्रीकन रहते हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस इन सबको छात्रों की गिनती में मानकर चलती है,लेकिन कभी भी को वैरीफाई नहीं किया गया है।

नाइजीरिया की गरीबी का फायदा उठाते हैं बड़े ड्रग्स पैडलर
नाइजीरिया एक गरीब देश है जिसका फायदा उठाते हुए बड़े ड्रग्स पैडलर उन्हें तस्करी के धंधे में लगा देते हैं। नाइजीरिया के कुछ छात्र भारत पढ़ाई करने के लिए आते हैं ताकि अपने भविष्य को सुधार सकें लेकिन तस्करों के चुंगल में फंसकर ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में अपराध के रास्ते का चुनाव कर लेते हैं। 

Anjna