2019 में भी खत्म नहीं हुआ नशा, कई घरों के बुझा दिए चिराग

punjabkesari.in Monday, Dec 30, 2019 - 05:03 PM (IST)

अमृतसर: पंजाब में से नशा खत्म करने के लिए खाई गई कसम और किए गए वादे भी इस साल किसी काम नहीं आए। सरकारी तंत्र इस साल भी तस्करों पर शिंकजा नहीं कस पाया। पूरे पंजाब में नशे की सप्लाई को तो ब्रेक लगाई गई परन्तु नशा तस्करी का नैटवर्क नहीं टूट सका। इसी नशे के कारण इस साल भी पंजाब के 19 जिलों में 100 से अधिक घरों के चिराग बुझ गए। हालांकि पुलिस को नशा सप्लाई को ब्रेक लगाने की कई नई तकनीकों में सफलता मिली लेकिन नशा तस्करी का खेल इसी तरह जारी रहा।

जेल से चल रहा नशा तस्करी का नैटवर्क
जेल से नशा तस्करी का चल रहा नैटवर्क पुलिस और प्रशासन के लिए सबसे बड़ी परेशानी बना हुआ है। इसका बड़ा कारण यह भी है कि पंजाब की जेलें सुरक्षा के मायनों में पूरी तरह से खरी नहीं उतरी। पहले तो नशा तस्करी करने वाले स्थानीय लोग ही पकड़े जाते थे लेकिन इस बार बहुत से विदेशी तस्करों को भी काबू किया गया है। इनकी गिरफ्तारी से एक ओर बात सामने आई है कि अब हेरोइन जैसा नशा केवल पाकिस्तान से ही नहीं बल्कि दिल्ली से भी पंजाब पहुंच रहा है। इस धंधे को कौन, कैसे और किस तरह चला रहा है, इसकी जांच पूरी नहीं हो सकी।

नशा तस्करी को लेकर आई.सी.पी. अटारी द्वारा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आई.एस.आई. के नापाक इरादे भी इस साल सामने आए। नमक के साथ भेजी गई 532 किलोग्राम हेरोइन की खेप इंटीग्रेटिड चैक पोस्ट (आई.सी.पी.) अटारी पर पकड़ी गई। इसे गुरपिंदर सिंह नामक व्यक्ति ने पाकिस्तान से मंगवाया था। सड़क के रास्ते आई हेरोइन की यह अब तक की सबसे बड़ी खेप थी। इससे पहले साल 2012 में वाघा द्वारा रेल मार्ग के द्वारा 101 किलो हेरोइन पाकिस्तान से भेजी गई थी।

नशे कारण हुई मौतें 

शहर 2018 2019
कपूरथला 14 9
मुक्तसर 3 9
अमृतसर 4 7
मोगा  3 7
बरनाला 9 5
जालंधर 7 5
पटियाला 7 4
बठिंडा 6 3
संगरूर 3 1
गुरदासपुर - 2
रूपनगर - 2
फतेहगढ़ साहिब - 2
नवांशहर - 1


सरहदी इलाके से बरामद की गई हैरोइन

शहर 2018 2019
तरनतारन 17.420 21
कपूरथला 15 16.900
पटियाला 6.300 9.840
होशियारपुर 7. 050 6.750
नवांशहर 4.319 5.511
संगरूर 1.250 1.779
मुक्तसर 0.634 1.779
गुरदासपुर 1.237 1.538
पठानकोट 0.833 0.914
रूपनगर 2.659 0.273
बठिंडा - 7
बरनाला - 1.472

Edited By

Sunita sarangal