कैप्टन जी, दावा 4 सप्ताह का था मगर बीत गए 40 हफ्ते, कब होगा पंजाब नशा मुक्त

punjabkesari.in Tuesday, Aug 11, 2020 - 10:20 AM (IST)

जालंधर(सोमनाथ): पंजाब के माझा जोन में पड़ते तीन जिलों तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर के बटाला में पिछले दिनों नशीली शराब पीने से 120 के करीब लोगों की मौत हो गई और कई लोगों की आंखों की रौशनी चली गई। 2017 में जब पंजाब विधानसभा के चुनाव हुए थे तो कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने हाथ में गुटका साहिब पकड़ कर शपथ ली थी कि पंजाब से 4 सप्ताह में नशा खत्म कर देंगे। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आर.पी. सिंह ने आज ट्वीट कर कहा है कि मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के हाथ में गुटका साहिब लेकर 4 सप्ताह में नशा खत्म करने के दावे को 15 जुलाई को 40 सप्ताह बीत गए हैं लेकिन पंजाब में नशा खत्म नहीं हो पाया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कैप्टन जी पंजाब में नशा कब खत्म होगा। उन्होंने कहा कि अगर नशा खत्म होता तो आज माझा में 120 के करीब लोगों की मौत नहीं होती। उन्होंने आह्वान किया कि 15 अगस्त को हर पंजाबी नशे और कैप्टन से आजादी मांगे। 


चार साल में करीब 47 हजार नशा तस्कर पकड़े गए
खास बात यह है कि देश के मुकाबले इस राज्य में नशे की बरामदगी और नशा तस्करों की गिरफ्तारी सबसे ’यादा हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2015-2018 तक रा’य में भारी मात्रा में गांजा, हैरोइन, अफीम, भुक्की और नशे की गोलियां बरामद की गईं। बरामदगी में पंजाब का स्थान उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भी आगे है। 4 साल में पंजाब में हैरोइन 1884 किलो, गांजा 5414 किलो, अफीम 1670 किलो, नशे की 1 करोड़ 58 लाख गोलियां पकड़ी गईं जबकि इस अवधि में 46,909 लोगों को गिरफ्तार किया गया।


हर रोज जा रहे 215 नए लोग नशे की गर्त में
पंजाब में हजारों नशा तस्करों की गिरफ्तारी के बावजूद नशे के कारोबारियों की जड़ें इतनी गहरी हैं कि खुद सेहत विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा जा चुका है कि एक साल में करीब 80 हजार नए नशेडिय़ों के केस सामने आए हैं, जो हैरोइन का सेवन करने के आदी हो गए हैं। इस तरह औसतन 215 नए लोग हर रोज नशाखोरी की गर्त में जा रहे हैं। 

साल में 35 फीसदी बढ़ गए हैरोइन का सेवन करने वाले
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि एक साल में 2.09 लाख नए नशेड़ी अफीम, भुक्की या कोई अन्य नशा करने के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं। जनवरी से दिसम्बर 2019 के दौरान हैरोइन का सेवन करने वालों की संख्या में 35 फीसदी इजाफा हुआ है। रिकार्ड के अनुसार, जनवरी 2019 में जहां हैरोइन के 5439 नए मामले सामने आए थे, दिसम्बर 2019 में यह संख्या बढ़कर 8230 तक पहुंच गई। बीते साल पुलिस द्वारा 4700 छोटे-बड़े नशा तस्करों को पकड़ा गया है। इसका आशय है कि राज्य सरकार और पंजाब पुलिस के दावों के बावजूद पंजाब में हैरोइन की सप्लाई जारी है। नशे की रोकथाम के लिए एस.आई.टी. का गठन किए जाने के बाद पूरे राज्य में नशा तस्करों की धरपकड़ में तेजी लाई गई थी। 2017 में नशे की बिक्री में कमी आई थी लेकिन सेहत विभाग के आंकड़ों से साफ हो गया है कि हैरोइन जैसा नशा रा’य में अब भी पहुंच रहा है।

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