पंजाब में स्वास्थ्यकर्मियों की कड़ी मेहनत के चलते सक्रिय मरीजों की संख्या घटी

punjabkesari.in Monday, May 25, 2020 - 05:05 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब में चिकित्सकों सहित स्वास्थ्यकर्मियों की कड़ी मेहनत के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है तथा यह संख्या 122 रह गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में हालांकि पॉजीटिव मामलों की संख्या बढ़कर 2060 हो गई क्योंकि लोग देश-विदेश से आ रहे हैं। कुल संदिग्ध 66142 के नमूने लिए गए हैं तथा 60114 नेगेटिव रिपोर्ट आई और 3968 मामलों की रिपोर्ट का इंतजार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कल तक 1898 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। एक व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है तथा अब तक 40 संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। इस प्रकार अमृतसर जिले में सर्वाधिक 320 पॉजीटिव, जालंधर 214, लुधियाना 173 और तरनतारन में 153 पॉजीटिव हैं। 

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कोरोना महामारी से पीड़ित मरीजों की रिकवरी दर 90 फीसदी होने पर संतोष जाहिर किया क्योंकि पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य है जिसमें कोरोना के मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। कैप्टन ने साफ कर दिया है कि घरेलू उड़ानों, रेलगाडिय़ों और बसों से राज्य में आने वाले हर व्यक्ति को चौदह दिन तक घरेलू एकांतवास में रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्टिंग टीमें घरों में एकांतवास में रखे गए लोगों की जांच करेंगी जबकि लक्षण वाले व्यक्तियों की विस्तृत जांच अस्पतालों/आइसोलशन केन्द्रों में की जाएगी। उनकी सरकार विश्व या देश के किसी भी हिस्से से टैस्ट सम्बन्धी जारी किए सर्टिफिकेट पर भरोसा नहीं करेगी। उन्होंने महाराष्ट्र और राजस्थान के साथ-साथ हाल ही में दुबई से आने वालों संबंधी पंजाब का पिछला तजुर्बा साझा करते हुए बताया कि इन स्थानों से राज्य में लौटने वाले पंजाबियों के पास नेगेटिव टैस्ट दर्शाते मैडीकल सर्टिफिकेट होने के बावजूद यहां पॉजीटिव टैस्ट सामने आए। केंद्र सरकार की दिशा-निर्देशों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भारत लौटने वालों को संस्थागत एकांतवास में से गुजरना पड़ेगा। 

उन्होंने वैश्विक महामारी पर काबू पाने के लिए सामाजिक दूरी और मास्क को ज़रूरी तौर पर पहनने के नियमों को सख्ती से अपनाने की जरूरत है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य की कोविड के खिलाफ लड़ाई को ‘मिशन फतेह' का नाम दिया और कहा कि इस लड़ाई में हमारी भावना और द्दढ़ता की झलक दिखाई पड़ती है। खतरनाक वायरस के खिलाफ हम सामाजिक दूरी के नियमों को अपना कर फतेह हासिल करेंगे। यह राष्ट्रीय जंग है जिसको सामूहिक द्दढ़ता के साथ जीता जा सकता है और हम जीतेंगे।

Mohit