ECHS फर्जीवाड़ा : अब सेना के डाक्टर की सैटिंग करने का वीडियो वायरल

punjabkesari.in Friday, Oct 09, 2020 - 09:09 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): एक्स सर्विसमैन कंट्रीब्यूटरी हैल्थ स्कीम (ई.सी.एच.एस.) में फर्जीवाड़े में अब सेना की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लग गया है। पॉली क्लीनिक में तैनात एक डॉक्टर का प्राइवेट अस्पताल के पी.आर.ओ. के साथ मरीज भेजने के लिए सांठगांठ करने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

सेना के ब्रिगेडियर जहां इस मामले में अभी तक चुप्पी साधे बैठे हैं, वही फर्जीवाड़े में शामिल डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों के मामले की आई.पी.एस. अधिकारी संदीप मलिक द्वारा गंभीरता से जांच करते हुए आज संबंधित मामले के दस्तावेजों को खंगाला गया है। जानकारी के अनुसार थाना कैंटोनमैंंट की पुलिस की तरफ से ब्रिगेडियर एम.डी. उपाध्याय की शिकायत पर ई.सी.एच.एस. फर्जीवाड़े में दर्ज किए गए केस में अमृतसर के प्रसिद्ध 16 प्राइवेट डॉक्टरों व 27 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल द्वारा मामले की जांच के लिए ए.डी.सी.पी. टू संदीप मलिक की तैनाती की गई है। फिलहाल इस मामले में कई और खुलासे भी हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आर्मी का एक डाक्टर प्राइवेट अस्पतालों के पी.आर.ओ. से सैटिंग करते हुए नजर आ रहा है। वहीं यह मामला अभी ठंडा होता नजर नहीं आ रहा है।

पॉली क्लीनिक से ही प्राइवेट अस्पतालों से रैफर हो जाते थे मरीज 
ई.सी.एच.एस. कार्ड होल्डर्स को पहले पॉली क्लीनिक में जाना होता है, जहां आर्मी की तरफ से स्टाफ बैठाया जाता है। वे लोग ही मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भेजते थे। इसके एवज में अस्पतालों से पैसा लिया जाता था। अस्पताल के पी.आर.ओ. ही उन्हें मीडिएटर के तौर पर पैसे देते थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में आर्मी का एक डाक्टर पी.आर.ओ. से मिलता है, जिसमें वह एक लिस्ट निकालता है और उस डाक्टर की लिस्ट के साथ मिलाता है। डाक्टर यह भी कहता है कि इतने मरीज भेजे थे, बाकी के कहां चले गए? खैर इस वीडियो के बाद अब आर्मी के अधिकारियों पर भी शिकंजा कसने लगा है।

प्राइवेट अस्पतालों ने की थी आर्मी अधिकारी की शिकायत 
इस मामले में जहां बड़े-बड़े डाक्टरों की मिलीभगत है, वहीं आर्मी अधिकारी भी पीछे नहीं थे। अस्पताल के कई डाक्टरों ने आर्मी अधिकारी के खिलाफ भी कई शिकायतें की थीं, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनसे लाखों रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। यह शिकायत होने के बाद यह घोटाला कुछ इस तरह से बाहर निकला कि सभी डाक्टर व अस्पताल के मालिक और ई.सी.एच.एस. के कार्ड होल्डर्स तक पर मामला दर्ज कर दिया गया। फिलहाल इस मामले की पुलिस इन्वैस्टीगेशन कर रही है कि कैसे-कैसे यह फर्जीवाड़ा हो रहा है। 

फर्जीवाड़ा करने वाले 25 लोग, जिन पर दर्ज हुईं एफ.आई.आर.
थाना कैंटोनमैंट की पुलिस ने ई.सी.एच.एस. स्कीम में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। सेना द्वारा लाखों रुपए के बिल बिना वैरीफाई किए पास करने का मुद्दा भी आजकल काफी गर्माया हुआ है व सेना की कार्यशैली पर भी कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर किस प्रकार ये बिल प्राइवेट बैंकों के खातों में चले गए। उधर, दूसरी ओर सेना के ब्रिगेडियर उपाध्याय से लगातार पंजाब केसरी द्वारा संपर्क करने की कोशिश की जा रही है, परंतु उनके द्वारा साधी चुप्पी कई प्रश्न खड़े कर रही है व सेना की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा रही है।

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