अध्यापकों के संघर्ष के आगे झुका शिक्षा विभाग, जारी किए ये Order

punjabkesari.in Tuesday, Jul 26, 2022 - 11:05 AM (IST)

मोहाली(नियामियां): पंजाब सरकार द्वारा रैगुलर किए गए 8886 अध्यापकों में से पक्षपाती तरीके से हरिंद्र पटियाला और नवदीप शर्मा को रैगुलर ऑर्डर जारी न करने पर सोमवार को अध्यापकों ने डैमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट के नेतृत्व में सुरक्षा प्रबंधों को चकमा देते हुए शिक्षा विभाग कार्यालय पर धावा बोल दिया। यह घेराव तब तक जारी रहा जब तक डी.पी.आई. सैकेंडरी कुलजीत पाल सिंह माही ने इन दोनों अध्यापकों के रैगुलर ऑर्डर जारी न कर दिए। जैसे ही रैगुलर होने के ऑर्डर जारी किए तो डी.टी.एफ. की ओर से विजयी रैली निकाली गई। सोमवार को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की दूसरी बिल्डिंग में स्थित शिक्षा भवन में अराजकता का माहौल बन गया जब बड़ी संख्या में अध्यापक डी.पी.आई. सैकेंडरी के कार्यालय के बाहर एकत्रित होने शुरू हो गए।

एक अध्यापक को 16 माह से नहीं दिया वेतन
डैमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट (डी.टी.एफ.) के प्रान्तीय अध्यक्ष विक्रम देव सिंह, महासचिव मुकेश कुमार तथा वित्त सचिव अश्विनी अवस्थी ने कहा कि 15 जून को डी.टी.एफ. के साथ सरकार की हुई बैठक में तत्कालीन शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने इन दोनों अध्यापकों हरिंद्र पटियाला तथा नवलदीप शर्मा को रैगुलर ऑर्डर 30 जून तक जारी करने का वायदा किया था परन्तु अभी तक इन अध्यापकों के ऑर्डर जारी नहीं किए गए थे। अध्यापकों ने कहा कि जहां इन अध्यापकों को रैगुलर ऑर्डरों से वंचित रखा, वहीं हरिंद्र सिंह को पिछले 16 माह से किसी तरह का वेतन न देकर उसका आर्थिक शोषण भी किया जा रहा है।

शेष मांगें न मानीं तो होगा संघर्ष
प्रदर्शन को देखते हुए शिक्षा विभाग के हाथ पांव फूल गए तथा डी.पी.आई. ने दोनों अध्यापकों के रैगुलर ऑर्डर जारी करके उसकी कॉपियां प्रदर्शनकारियों को दिखाई और प्रदर्शन स्थगित कर दिया। अध्यापकों ने बताया कि डी.पी.आई. की ओर से 2 अगस्त को उनके संगठन के साथ बैठक करने का विश्वास दिलाया है। यदि उस बैठक दौरान अध्यापकों की शेष मांगों को हल न किया तो दोबारा संघर्ष किया जाएगा। 

Content Writer

Vatika