पंजाब के सरकारी स्कूलों ने हासिल की एक और कामयाबी, इस सूची में आया TOP पर

punjabkesari.in Monday, Jun 07, 2021 - 02:24 PM (IST)

चंडीगढ़ः केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षामंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की मंजूरी के बाद रविवार को परफॉर्मैंस ग्रेडिंग इंडैक्स (पी.जी.आई.) 2019-20 का तीसरा संस्करण जारी किया। इसके तहत राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में की गई पहलों के आधार पर ग्रेड दिए जाते हैं। इसमें पंजाब, चंडीगढ़, तमिलनाडु, अंडेमान व निकोबार द्वीप समूह और केरल को ए++ ग्रेड दिया गया है। अधिकांश राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने पिछले वर्षों की तुलना में अपने ग्रेड में सुधार किया है।

वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंदर सिंगला ने रविवार को कहा कि यह कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के निरंतर और ठोस प्रयासों का ही नतीजा है कि पंजाब ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पी.जी.आई) 2019-20 में खिताबी स्थान हासिल किया है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने अध्यापकों, अधिकारियों और शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारियों को भी पंजाब को पी.जी.आई के शीर्ष स्थान पर लाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए बधाई दी जोकि स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 70 मापदण्डों के आधार पर जारी की गई है।

विजय इंदर सिंगला ने कहा कि साल 2017 में सरकार संभालने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने न केवल नई पहलकदमियां शुरू कीं बल्कि और भी कई सुधारों की शुरूआत की है जो हर स्तर पर जरुरी और अनुकूल शैक्षिक नतीजे लाने में सहायक हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्मार्ट स्कूल नीति, ऑनलाइन अध्यापक तबादला नीति, प्रबंधक स्तर के पदों की पी.पी.एस.सी. के द्वारा सीधी भर्ती, प्री-प्राईमरी क्लासों की शुरूआत, ऑनलाईन शिक्षा और पंजाब स्मार्ट कनेक्ट स्कीम के अंतर्गत मुफ्त स्मार्टफोन के वितरण के अंतर्गत स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार का आधार बन गया है। सिंगला ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा लाए गए सुधारों और नए कदमों के अलावा शिक्षा विभाग के अध्यापकों और अफसरों द्वारा की गई कड़ी मेहनत ने भी पंजाब को स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल दर्जे पर लेकर आने के लिए अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने न सिर्फ विद्यार्थियों को मानक शिक्षा ऑनलाइन माध्यम के द्वारा मुहैया करवाई बल्कि किताबें, वर्दियाँ और यहाँ तक कि मिड डे मील का राशन भी उनके घरों तक पहुंचाया है।  

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Vatika