80 वर्षीय बुजुर्ग दम्पति ने कहा-शायद मौत के बाद होगा फैसला

punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 11:19 AM (IST)

भदौड़(राकेश): भदौड़ का बुजुर्ग दम्पति साढ़े 3 वर्ष से दो समय की रोटी व अपने इलाज के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटकर थक चुका है परंतु प्रशासन की ओर से अब तक उनकी कोई भी सुनवाई नहीं हुई।

भदौड़ के 80 वर्षीय जतिन्द्र नाथ पुत्र हंस राज ने ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करते हुए कहा कि 18/11/2015 को सीनियर सिटीजन मैंटीनैंस एक्ट 2007 के अधीन अपने पुत्र से बीमारी के इलाज व दो समय रोटी लेेने के लिए एक दख्र्वास्त एस.डी.एम. तपा के पास दर्ज करवाई थी। इसके उपरांत 130 से 135 पेशियां पड़ चुकी हैं व 35 से 40 चक्कर भदौड़ व तपा के लग गए हैं। इस दौरान उनका लगभग 4400 रुपए खर्चा हो चुका है, जो उन्होंने उधार लिया है परंतु अब तक कोई भी फैसला नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत सामाजिक सुरक्षा विभाग के मंत्री रजिया सुल्ताना को भेजी गई, जिसके लिए मंत्रियों की ओर से जिला बरनाला के डी.सी. को तुरंत कार्रवाई करने के लिए लिखा गया। इसकी एक कापी विभाग की ओर से मुझे 3/211/2017 को भेजी गई। 

उन्होंने बताया कि कुछ समय बाद 20/8/2018 को कमीशन पटियाला को लिखा शिकायत पत्र को अपील का रूप देकर वापस कर दी। उसी शिकायत पत्र को डिप्टी सैक्रेटरी चंडीगढ़ को भेजा गया जो सामाजिक सुरक्षा विभाग चंडीगढ़ की ओर से यह सिफारिश की गई कि 15 दिनों में फैसला करके सरकार को सूचित किया जाए, जिसको तकरीबन 3 माह हो चुके हैं परंतु कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। जतिन्द्र नाथ ने यह भी बताया कि अब यह फ ाइल ए.डी.सी. बरनाला रुही दुग्ग के पास भेज दी है, जिसकी तारीख 11/1/2019 डाली गई है। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार की ओर से सीनियर सिटीजंस को ऐसे कार्यालयों में धक्के ही खिलवाने थे तो फिर सीनियर सिटीजन एक्ट क्यों बनाया। बुजुर्ग दम्पति ने कहा कि शायद इस केस का फैसला उनकी मौत के बाद होगा।

Vaneet