कोरोना की आफत का शिकार बन रहे हैं हाथी!

punjabkesari.in Thursday, Apr 09, 2020 - 07:58 PM (IST)

अमृतसर (इन्द्रजीत): कोरोना वायरस के चलते हुए जहां पर पृथ्वी पर मानव जाति के समस्त जीव प्रभावित हो रहे हैं और इसका कोई इलाज नहीं सूझता। लेकिन इसका असर उन जानवर पर भी पड़ता है जो मानव पर आश्रित है। इनमें हालांकि समस्या तो कुत्तों सहित कई जानवरों की है लेकिन बड़ी शिद्दत में है गजराज का रूप हाथी और उनके महावत। जिनके लिए इस सुनसान वातावरण में हाथी के लिए भारी भरकम खुराक का इंतजाम करना पड़ता है। कितनी त्रासदी है कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली जीव गजराज के मुंह के निवाले भी इस अदृश्य कीटनुमा अर्धमृत जंतु ने छीन लिए हैं। आज अमृतसर में इन हाथियों का पेट भरने के लिए इनके संरक्षक पूरा दिन सड़कों पर रहे।

हाथियों के महावत प्रमोद कुमार का कहना है कि उसके पास दो हाथी है और इनमें प्रति हाथी की खुराक 3 क्विंटल प्रतिदिन है। इन 3 क्विंटल में केले हरे पत्ते, सब्जी, घास, गुड़, ब्रेड और रोटियां इत्यादि मुख्य चीजें होती है जिन्हें हाथी आसानी से खा लेता है। वही परेशानी के इस दौर में इनका पेट भरना काफी मुश्किल है। एक हाथी का वजन 5 हजार किलो के करीब है इतने भारी भरकम जीव की खुराक का इंतजाम काफी मुश्किल है। इनकी भूख का आलम यह है कि आज यह हाथी वृक्ष के पत्तों के साथ उसकी टहनियां भी चबाकर खा गए।

उन्होंने कहा कि हालांकि दानी सज्जनों की इन दिनों में काफी मदद मिल रही है लेकिन कुल मिलाकर भी हाथी को एक चौथाई से अधिक खुराक नहीं मिल पाती। उन्होंने कहा कि गली मोहल्लों के कुत्ते तो शोर मचाकर अथवा कुछ घरों की हमदर्दी लेकर अपना पेट भर लेते हैं लेकिन हाथी जैसे जीव को जगह-जगह लेकर जाना बहुत मुश्किल है क्योंकि कई बार यह भीड़ के सामने अपना संतुलन खो बैठकर आक्रामक हो जाते हैं। इसके लिए बड़े दानी सज्जनों और सरकारी मदद की आवश्यकता है।

Mohit