बिना आधार कार्ड के रहने वाले कश्मीरी छात्रों की नए समैस्टर में एंट्री बैन

punjabkesari.in Thursday, Oct 18, 2018 - 11:16 AM (IST)

जालंधर (रविंदर): पंजाब के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे कश्मीरी युवा पंजाब की कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा बन गए हैं। जिस तरह से सी.टी. इंस्टीच्यूट से आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के 3 आतंकी पकड़े गए हैं, उसने पंजाब पुलिस की चिंता को बढ़ा दिया है। खालिस्तानी आतंकियों पर अपना ध्यान फोकस करने वाली पंजाब पुलिस को अब अपनी रणनीति बदलनी पड़ रही है क्योंकि पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद की पंजाब में दस्तक ने पंजाब पुलिस की नींद उड़ा दी है। 

आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पंजाब केसरी ने खुलासा किया था कि पंजाब के शिक्षण संस्थान आतंकियों की शरणस्थली बनते जा रहे हैं। इसके बाद पंजाब पुलिस ने राज्य भर के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों की पूरी वैरीफिकेशन की योजना तैयार की है। डी.जी.पी. आफिस से राज्य के सभी पुलिस कमिश्ररों व एस.एस.पीज को एक फार्म भेजा गया है जिसके तहत प्रत्येक कश्मीरी छात्र का आधार कार्ड व पुलिस वैरीफिकेशन जरूरी होगी। अब तक राज्य के शिक्षण संस्थानों में ये कश्मीरी छात्र बिना आधार कार्ड व पुलिस वैरीफिकेशन के रह रहे हैं।

पंजाब पुलिस के अधिकारियों का मानना है कि अधिकांश कश्मीरी छात्रों के पास इंडियन आधार कार्ड ही नहीं है और वे आधार कार्ड बनवाने में विश्वास भी नहीं रखते। इसके लिए जे. एंड के. का अलग कानून भी जिम्मेदार है जिसके तहत केंद्र सरकार ने जे. एंड के. में आधार कार्ड को अभी तक अनिवार्य नहीं किया है मगर पंजाब पुलिस की नई शर्तों के मुताबिक अब बिना आधार कार्ड व पुलिस वैरीफिकेशन के नए समैस्टर में किसी भी कश्मीरी छात्र की एंट्री नहीं होगी। इसके लिए पुलिस अलग से प्रत्येक जिले में वैरीफिकेशन विंग स्थापित करने जा रही है। पंजाब पुलिस अपने स्तर पर जे. एंड के. पुलिस के साथ तालमेल कर इन कश्मीरी युवाओं की वैरीफिकेशन को कम्पलीट करेगी। 

लोगों ने कश्मीरी छात्रों से खाली करवाए घर 
सी.टी. इंस्टीच्यूट से पकड़े गए 3 कश्मीरी आतंकियों का खुलासा होने के बाद शहर के वे लोग भी खौफजदा हैं जिनके घर में पिछले काफी समय से कश्मीरी स्टूडैंट रह रहे थे। इनमें से कई छात्रों के साथ तो मकान मालिक इतना घुल-मिल गए थे कि एक दूसरे के मोबाइल नंबर तक शेयर थे। मकान मालिकों को इस बात का डर सता रहा है कि अगर किसी कश्मीरी छात्र को पुलिस ने उठाया और उसके मोबाइल में अगर उनका नंबर निकला तो वे भी किसी खतरे में फंस जाएंगे। खतरे को भांपते हुए शहर के अधिकांश लोगों ने कश्मीरी छात्रों से अपने घर खाली करवा लिए हैं। बस्तीयात इलाका कश्मीरी छात्रों के रहने का हब बन चुका था और किसी भी मकान मालिक ने किराए पर रहने वाले किसी कश्मीरी छात्र की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी। 


...कश्मीरी आतंकवाद पंजाब के लिए खतरा: डी.जी.पी.
डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा का कहना है कि खालिस्तानी आतंकियों के साथ-साथ अब कश्मीरी आतंकियों की पंजाब में दस्तक खतरे का संकेत है। वह कहते हैं कि पंजाब पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और आतंकवाद को दोबारा पंजाब में पैर नहीं जमाने दिए जाएंगे। वह कहते हैं कि कश्मीरी आतंकवाद पर अब पंजाब पुलिस को खास फोकस करना होगा और इसके लिए कुछ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। अब बिना पुलिस वैरीफिकेशन किसी भी छात्र को शिक्षण संस्थान में एडमिशन की इजाजत नहीं होगी। 
 

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