संघ के नेता ने कार्यालय बुलाकर ‘तेरा लीडर-मेरा लीडर’ करने वाले भाजपा नेताओं की लगाई क्लास

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 01:05 PM (IST)

लुधियाना (गुप्ता): नए अध्यक्ष को खोज रही लुधियाना भाजपा में सब कुछ अच्छा नहीं है। गुटबंदी के चलते नेताओं में बने कशमकश के हालात किसी से छिपे नहीं हैं। हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि  चापलूसी के माध्यम से नेता एक-दूसरे को इसलिए पार्टी के शीर्ष नेताओं की नजरों में गिराना चाहते हैं ताकि वे अध्यक्ष का पद हथिया सकें।

मिशन 2022 के समक्ष गुटबंदी को चुनौती बनता देखकर भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेशाध्यक्ष अश्विनी शर्मा को पार्टी कार्यकत्र्ताओं को अपनी पहली बैठक में अनुशासन का पाठ पढ़ाना पड़ा और कार्यकत्र्ता बनने की सीख देनी पड़ी।  सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार संघ के एक बड़े नेता ने गत दिवस स्थानीय कुछ नेताओं को संघ कार्यालय में तलब किया और गुटबंदी व पार्टी में ‘तेरा लीडर-मेरा लीडर’ करने वाले भाजपा नेताओं की जमकर क्लास लगाई।

इन नेताओं को बारी-बारी कार्यालय में बुलाया गया और उन्होंने जिस तरह के पार्टी में हालात बनाए हुए हैं उससे उन्हें अवगत करवाया गया। नेताओं ने भी एक-दूसरे की पोल पट्टी खोलने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। संघ अधिकारी ने जिले के नेताओं को 2 टूक शब्दों में व्यक्ति विशेष की वजाय विचारधारा के साथ चलने की नसीहत दी। इतना ही नहीं भविष्य में इस प्रकार की कोई शिकायत न आए इसे लेकर भी चेताया। इस समय लुधियाना भाजपा कई गुटों में बंटी हुई है, पार्टी नेतृत्व इस बात को लेकर खासा ङ्क्षचतित है कि अगर नेताओं की आपसी एकता न हुई तो 2022 का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल है। 

पार्टी नेतृत्व ने इन नेताओं के साथ बैठक में साफ शब्दों में कहा कि अगर गुटबंदी को दूर न किया गया तो प्रदेश में बन रहे नए राजनीतिक हालातों में आम आदमी पार्टी व कांग्रेस को मात देना मुश्किल हो जाएगा। पार्टी नेतृत्व ने इन नेताओं को यह भी समझाया कि गुटबंदी से उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा, पार्टी नेतृत्व नए जिलाध्यक्ष का फैसला नेताओं की कार्यप्रणाली को देखने के साथ-साथ कार्यकत्र्ताओं से उनके बारे में राय लेकर ही करेगा इसलिए इन नेताओं को न तो किसी बड़े नेता के पैर दबाने की जरूरत है और न ही गुटबंदी में पडऩे की। पार्टी कार्यकत्र्ता एवं गुटबंदी से रहित नेता को ही नए जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। 

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