श्रद्धालु महिला के पाकिस्तान में निकाह करना एजेंसियों की नाकामी: एसजीपीसी

punjabkesari.in Thursday, Apr 19, 2018 - 08:57 PM (IST)

अमृतसर: खासला स्थापना दिवस मनाने सिख श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान गई एक महिला के लाहौर के मोहम्मद आजिम के साथ निकाह करने को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी करार दिया है। एसजीपीसी के अतिरिक्त सचिव दिलजीत सिंह बेदी ने आज कहा कि जत्थे के साथ पाकिस्तान गई होशियारपुर की महिला लंबे समय से पाकिस्तानी नागरिक के संपर्क में थी, ऐसे में खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदारी से मुक्त नहीं किया जा सकता। 

उन्होंने कहा कि इस मामले में केन्द्र सरकार को तुरंत जरूरी कदम उठाने चाहिए। बेदी ने जत्थे में गए कुछ यात्रियों की तरफ से पाकिस्तान में व्यापारिक गतिविधियों की सूचना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यदि सीमा शुल्क विभाग अपना कर्तव्य जिम्मेदारी से निभाए तो दोनों देशों से की तरफ से व्यापारिक सामान आसानी से नहीं ले जाए जा सकते। उल्लेखनीय है कि बैसाखी के अवसर पर खालसा स्थापना दिवस मनाने के लिए 12 अप्रैल को सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान गया था जहां जत्थे के साथ गयी होशियारपुर जिले के गड़शंकर की 31 वर्षीय विवाहित महिला किरण बाला ने पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन कर लाहौर के मोहम्मद आजिम के साथ 16 अप्रैल को निकाह कर लिया और किरण बाला से अमीना बीबी बन गई। 

किरणवाला ने इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी विदेश विभाग में एक अर्जी देकर कर कहा कि उसने अपनी सहमति से मोहम्मद आजम के साथ निकाह किया है और वह 21 अप्रैल को भारत लौटना नहीं चाहती। किरण बाला वीजा की अवधि तीन महीने और बढ़ाने के लिए आवेदन किया है। किरण बाला के पति नरिन्दर सिंह की 2013 में मौत हो गई थी। किरण बाला के तीन संतानों में दो लड़के और एक लड़की है। उसके ससुर तरसेम सिंह अपने मुहल्ले के गुरूघर में मुय ग्रंथी है। तरसेम सिंह ने आशंका जाहिर की है कि किरण बाला आईएसआई के हत्थे चढ़ गयी होगी। उनके अनुसार महिला पिछले एक महीने से फेसबुक और व्हाट्सएप पर किसी के साथ लगातार संपर्क में थी।

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