25 साल बाद आज से शुरू होगी सुखपाल सिंह के फर्जी एन्काऊंटर की जांच

punjabkesari.in Wednesday, Dec 04, 2019 - 08:44 AM (IST)

चंडीगढ़(हांडा): 25 साल पहले रोपड़ के गांव काला अफगान के सुखपाल सिंह नामक व्यक्ति को आतंकी गुरनाम सिंह उर्फ नीला बताते हुए उस समय डी.एस.पी. रहे परमराज सिंह उमरानंगल ने एन्काऊंटर दिखाकर मौत के घाट उतार दिया था। उमरानंगल को इसी एन्काऊंटर के बाद काफी वाहवाही मिली थी और पुलिस मैडल व कैश रिवार्ड भी मिला था। सुखपाल की पत्नी और पिता ने एन्काऊंटर को फर्जी बताते हुए मामले की सी.बी.आई. जांच की मांग की थी, जिसे सरकार टालती रही। जिस आतंकी का एन्काऊंटर दिखाया गया था, वह गुरनाम सिंह नीला जिंदा मिला था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। 

3 बार गठित की एस.आई.टी.,नहीं आई एक भी जांच रिपोर्ट सामने
पंजाब सरकार ने 3 बार मामले की जांच के लिए एस.आई.टी. बनाई पर आज तक एक भी जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई है। वर्ष 2013 में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में गुहार लेकर आए सुखपाल के पिता की भाग-दौड़ अब सफल होती दिखाई दे रही है, क्योंकि हाईकोर्ट की सख्ती के बाद कोर्ट की ओर से गठित स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम 4 दिसम्बर से मामले की जांच शुरू कर देगी। हाईकोर्ट की फटकार और सख्ती के बाद आखिरकार पंजाब सरकार ने एस.आई.टी. प्रमुख डी.जी.पी. सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की सुरक्षा बढ़ा दी है । जांच टीम को पंजाब मिनी सचिवालय में कमरा नं.- 710 अलाट कर दिया है। मामले में दर्ज एफ.आई.आर. और तमाम दस्तावेज बुधवार को नई एस.आई.टी. को सरकार की ओर से सौंप दिए जाएंगे। इस संबंध में मंगलवार को सरकार की ओर से लिखित में कोर्ट को एफिडेविट फाइल कर बता दिया गया है।

डी.जी.पी. चट्टोपाध्याय जांच कर 3 माह में कोर्ट में दाखिल करेंगे स्टेटस रिपोर्ट 
हाईकोर्ट में सुनवाई के वक्त खुद एस.आई.टी. प्रमुख डी.जी.पी. सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय भी उपस्थित रहे, जिनसे कोर्ट ने पूछा कि क्या आप सरकार की ओर से मुहैया करवाई गई सुविधाओं से संतुष्ट हैं तो उनकी ओर से सकारात्मक रिस्पांस मिलने के बाद कोर्ट ने उनसे बुधवार को जांच शुरू करने को कहा, जिस पर चट्टोपाध्याय ने कोर्ट से कहा कि वह आज से ही जांच शुरू कर रहे हैं। अब चट्टोपाध्याय मामले की जांच कर 3 माह बाद कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेंगे। एस.आई.टी. में उनके साथ एस. चंद्र शेखर और गुरप्रीत कौर दियो को शामिल किया गया है। 

टालती रही है सरकार जांच को 
सुखपाल फर्जी एन्काऊंटर मामले की जांच को लेकर सरकार हमेशा ही टालमटोल करती आई है। यहां तक कि हाईकोर्ट द्वारा गठित एस.आई.टी. को भी जांच के लिए जरूरी स्टाफ, वाहन, ऑफिस व सुरक्षा कर्मी नहीं दिए जा रहे थे। कोर्ट में याचि ने अवमानना याचिका भी दाखिल की थी और सरकार को कई बार फटकार भी लगी थी। कोर्ट के सख्त रवैए के चलते अब मामले की जांच होगी, जिसके बाद सुखपाल के एन्काऊंटर का सच सामने आने की आस है। इस मामले में परमराज सिंह उमरानंगल व अन्य कई पुलिस अफसरों पर गाज गिर सकती है, जो सुखपाल सिंह को उसके घर से किसी मामले की जांच के लिए साथ में थाने लेकर गए थे और उसके बाद सुखपाल घर नहीं लौटा था।

swetha