‘लिव -इन रिलेशन’ में नकली मेजर का हुआ भंडाफोड, Lover बोली मुझे ‘जागीर’ समझ बैठा था

punjabkesari.in Tuesday, Aug 27, 2019 - 02:30 PM (IST)

अमृतसर(सफर, अरुण): सिविल लाइन पुलिस के हत्थे चढ़ा ‘नकली मेजर’ सुखजिन्द्र सिंह खैहरा (एस.एस. खैहरा) की असली कहानियां अब पुलिस जांच में सामने आने लगी हैं। रणजीत एवेन्यू के डिफैंस कालोनी ‘कोठी नंबर डी-21’  में एस.एस. खैहरा कई सालों तक रहता रहा। उसने आस-पास रहने वाले  सैनिक परिवारों को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी कि वह असली नहीं, बल्कि ‘नकली मेजर’ है। यहां तक कि लंबे समय से ‘लिव -इन रिलेशनशिप’ में रह रही अपनी प्रेमिका को भी शातिर शख्श ने अपने नकली मेजर होने का आभास तक नहीं होने दिया। अब असलियत जाहिर होने पर प्रेमिका भी पलट गई है और कह रही है कि नकली मेजर ने तो उसे अपनी जागीर ही समझ लिया था। वह उसके खिलाफ गवाही देने को आतुर है।

लैफ्टीनैंट कर्नल रिटायर्ड हुए थे पिता
हालांकि यह कोठी करीब 2 साल पहले उसने बेच दी थी। इसके पहले इसी कोठी में वह अपने पिता मोहन सिंह के साथ रहता रहा है। पिता की करीब 5 साल पहले मौत हो चुकी है, वह लैफ्टीनैंट कर्नल रिटायर्ड हुए थे।एस.एस. खैहरा खुद को ‘मेजर खैहरा’ के तौर पर परिचय दिया करता था। उसकी गाड़ी से सेना की वर्दी, आई. कार्ड व बैज व प्लेट आदि मिली हैं, जो ‘नकली मेजर’ ने पिता के ही आई.कार्ड को स्कैन करके तैयार करवाए गए थे। ऐसे में पुलिस अब ‘नकली मेजर’ को 4 दिन का पुलिस रिमांड लेकर उनके बैंक खातों के साथ-साथ मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगालने में जुटी है, वहीं ‘नकली मेजर’ के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से भी पुलिस सुराग ढूंढने में जुट गई है। 

3 साल पहले आज के दिन खरीदी थी ‘होंडा सिटी’, आज थाना सिविल लाइन में खड़ी
यह इत्तेफाक ही कहा जाएगा कि थाना सिविल लाइन पुलिस ने एस.एस. खैहरा यानि ‘नकली मेजर’ के पास से जो होंडा सिटी नं. (पी.बी.-0-सी.जैड.-3927) बरामद हुई है,जो इस समय थाना सिविल लाइन के कब्जे में है, उस ‘होंडा सिटी’ को आज के दिन (26 अगस्त 2016) को खरीदा गया था। रजिस्ट्रेशन नंबर पर पता 21 डी-डिफैंस कालोनी रंजीत एवेन्यू (अमृतसर) लिखा है।

पिता की वर्दी पहन रात को निकलता था ‘नकली मेजर’ 
रणजीत एवेन्यू डिफैंस कालोनी में रहने वाले भले ही अपना नाम छुपाते हैं, लेकिन इतना बताते हैं कि जब ए.एस. खैहरा के पिता मोहन सिंह जब लैफ्टीनैंट कर्नल के पद से रिटायर्ड हो गए तो उसके कुछ महीनों बाद से ही एस.एस. खैहरा ‘इंडियन आर्मी’ की वर्दी पहनने लगा था, जबकि इसके पहले भी वह अक्सर रात के समय पिता की वर्दी पहन कर निकला करता था। ऐसी चर्चाओं से डिफैंस कालोनी 2 दिनों से बिजी है, वहीं ‘नकली मेजर’ के पुलिस रिमांड के पहले दिन उसने कई राज उगले हैं। सेना की खुफिया एजैंसियां भी इस बाबत जांच में जुट गई हैं।

हर बिंदु पर हो रही है पूछताछ 
थाना सिविल लाइन प्रभारी इंस्पैक्टर शिवदर्शन सिंह कहते हैं कि ‘नकली मेजर’ को लेकर उसकी असली जिंदगी से जुड़ी सारी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। हर बिंदु पर उससे पूछताछ की जी रही है। उच्चाधिकारी इस मामले में पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। 

कोठी खरीदने वाले भी हो चुके हैं परेशान
‘पंजाब केसरी’ ने ‘नकली मेजर’ की असलियत तक पहुंचने के लिए डिफैंस कालोनी के 21-डी पर दस्तक दी तो कोठी खरीदने वालों का दर्द जुबां पर  आ गया। कहने लगे कि परेशान कर रखा है ‘नकली मेजर’ के असली कारनामों ने। कोठी खरीदे हुए 2 साल से ज्यादा समय बीत गया है और आज भी इसी कोठी का पता देकर उल्टे-सीधे काम कर रहा है और परेशान हमें होना पड़ रहा है। कभी पुलिस आती है तो कभी बैंक वाले। कभी कोई दिन में टपक पड़ता है तो कभी-कभी आधी रात को दरवाजा खटखटा देता है। कोठी खरीद कर परिवार पछता रहा है।

देश की खातिर प्रेमिका भी हुई खिलाफ 
खैहरा की पर्सनल लाइफ कुछ भी रही हो, लेकिन जिस प्रेमिका के साथ वह ‘लिव -इन रिलेशनशिप’ में रह रहा था वह भी ‘नकली मेजर’ को समझ नहीं सकी। पुलिस के उच्चाधिकारियों के आगे उसने माना है कि उससे एस.एस. खैहरा झूठ बोलता रहा है। ऐसे में महिला ने पुलिस को भरोसा दिलाया है कि देश की खातिर वह जितने राज ‘नकली मेजर’ के बारे में जानती है, स्वेच्छा से बता देगी। प्रेमिका कहती है कि मैं औरत हूं, सहारा देने के लिए जिंदगी में आकर छलते रहे ‘नकली मेजर’ ने तो मुझे ‘जागीर’ समझ लिया था। 

मामला संवेदनशील, चल रही है जांच 
ए.सी.पी. नॉर्थ सर्बजीत सिंह बाजवा कहते हैं कि मामला बेहद संवेदनशील है, जांच चल रही है। रणजीत एवेन्यू डी ब्लाक से लेकर बाठ कालोनी तक ‘नकली मेजर’ का सारा इतिहास इकट्ठा किया जा रहा है। पूछताछ के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं। बता दें ‘नकली मेजर’ इस समय तरनतारन रोड स्थित बाठ कालोनी में ‘ठाठ’ से रह रहा था। पुलिस की मानें तो ‘नकली मेजर’ का 18 साल का बेटा है। 1 भाई अमृतसर में रह रहा है। मां आज ‘नकली मेजर’ से मिलने आई थी। 

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