लोगों के करोड़ों रुपए डकार चुका है ये ट्रैवल ऐजैंट, पकड़ने के लिए पुलिस के छूट रहे हैं पसीने

punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 10:37 AM (IST)

जालंधर(कमलेश): लोगों को विदेश भेजने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के आरोपी कपिल शर्मा के आका की भी आजकल दौड़ें लग रही हैं। आका जो कि उसका रिश्तेदार भी है, को यह डर सता रहा है कि कहीं कपिल पुलिस के हत्थे चढ़ गया तो उसकी भी पोल खुल जाएगी। उधर यह ठग इतना शातिर है कि रेड के अंदेशे से वह पहले ही भाग जाता है, इस ठग ने पुलिस के पसीने छुड़ा रखे हैं। 

सूत्र बताते हैं कि उक्त आका कपिल के कई ठगी के केसों में हिस्सेदार रहा है, लेकिन उसने यह सारा काम पर्दे के पीछे रह कर किया है। ठगी के ऐसे ही कुछ मामलों में जब पीड़ित उक्त आका के पास पहुंचे थे तो उसने उन्हें साफ कह दिया था कि कपिल पैसे लेकर भागा है, इसमें उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। एक शिकायतकर्ता ने तो पुलिस को कपिल द्वारा की गई ठगी के मामले में उसके आका को भी नामजद करने की सिफारिश की थी क्योंकि उसने विदेश जाने के लिए सारी पेमैंट उसे ही दी थी जब एजैंट के आका से उसने पैसे वापस मांगे तो वह साफ मुकर गया था।

मुंबई में होने वाली रेड के बारे आका ने ही किया था आगाह
 सूत्र बताते हैं कि जालंधर पुलिस द्वारा मुंबई में की गई रेड में आरोपी कपिल शर्मा और उसकी पत्नी को आसानी से काबू किया जा सकता था, पुलिस के पास मुंबई में आरोपियों के होने की पक्की सूचना थी। रेड के बारे में जैसे ही आका को भनक लगी तो उसने तुरंत कपिल को सतर्क कर दिया और इसी कारण कपिल शर्मा फिर से पुलिस के हाथों से निकल गया। आका एजैंट को नहीं बल्कि खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है क्योंकि जो साफ-सुथरी छवि उसने समाज के सामने बनाई है, कपिल के पुलिस की पकड़ में आते ही उसे धूमिल होने में देर नहीं लगेगी। अपनी छवि को बचाने के लिए ही आका अपने नजदीकियों से उसकी सिफारिश करने को कह रहा है।

जांच एजैंसी को सौंपा जाए केस : पीड़ित
कपिल शर्मा द्वारा ठगी के शिकार पीड़ितों का कहना है कि उन्हें अगर जल्द ही इंसाफ नहीं मिला तो वह विदेश मंत्रालय में आरोपी कपिल शर्मा और उसकी पत्नी की शिकायत करेंगे। पीड़ितों का कहना है कि करोड़ों की ठगी करने वाले शर्मा को अगर पुलिस गिरफ्तार करने में नाकाम हो रही है तो इस केस को किसी एजैंसी को दिया जाए। अब तक कपिल शर्मा देश में ही छिपा बैठा है तो वह कभी भी विदेश फरार हो सकता है। इसलिए विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को पत्र लिख केस जांच एजैंसी को सौंपने की भी मांग की जाएगी।

Vatika