Watch video- किसानों की हड़ताल खुद उनके लिए ही बनी मुसीबत

punjabkesari.in Monday, Jun 04, 2018 - 09:09 AM (IST)

बठिंडाः बठिंडा अंगूर उत्पादन में पंजाब का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है। मोड़ मंडी और तलवंडी साबो में अंगूरों की काश्त करने वाले किसानों की संख्या सबसे अधिक है। परन्तु अब अंगूर काश्तकार भी देश में चल रही किसानों की हड़ताल का शिकार हो रहे हैं। रोज़ाना इन्हे लाखों का नुक्सान हो रहा है। इसका मुख्य कारण है अंगूरों की स्पलाई न होना। जिस कारण न तो अब किसान अंगूरों की कटाई कर सकते हैं और न ही उनको स्टोर कर सकते हैं। जिस कारण अंगूर बेलों पर लटके-लटके ही खराब होने शुरू हो गए हैं।

इस हड़ताल ने न सिर्फ़ आम लोगों को परेशान किया है बल्कि कई किसानों का बड़ा नुक्सान भी किया है। यूनियन का कहना है कि वह किसानों के लिए ही संघर्ष कर रहे हैं। परन्तु सवाल यह है कि ऐसे संघर्ष का क्या फायदा जो अपने ही भाई किसानों का नुक्सान करे। 
 

Anjna