धान की रोपाई रोकने आए खेती अधिकारियों की टीम को बनाया बंधक

punjabkesari.in Tuesday, Jun 12, 2018 - 11:24 AM (IST)

मोगा(गोपी राऊंके): पंजाब सरकार द्वारा धरती के नीचे के जलस्तर को बचाने के लिए इस बार 20 जून से धान की रोपाई करने के जारी किए आदेशों को ताक पर रखते  हुए किसान संगठनों के आह्वान पर कई स्थानों पर किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी है। ताजा मामला मोगा जिले के गांव सेखा कलां का है, जहां धान की रोपाई शुरू होने का पता लगने पर रोकने गए अधिकारियों का किसानों ने घेराव करके बंधक बना लिया।
 

किसानों के जबरदस्त विरोध के चलते खेती अधिकारियों को बिना धान नष्ट किए ही वापस बैरंग लौटना पड़ा। मुख्य कृषि अफसर डा. हरिन्द्रजीत सिंह ने कहा कि बाघापुराना ब्लाक के खेती अधिकारियों को सूचना मिली थी कि गांव सेखा कलां में एक किसान की ओर से सरकार के नियमों की उल्लंघना करके धान की रोपाई की जा रही है। इस पर खेती अधिकारी डा. नवदीप सिंह, डा. गुरमिन्द्र सिंह, डा. धर्मवीर सिंह व मनमिन्द्र सिंह थाना समालसर की पुलिस के साथ धान नष्ट करवाने गए तो किसानों ने अधिकारियों का घेराव कर लिया और उनकी वीडियो भी बनाई। इसके अलावा तकरीबन एक घंटे बाद पुलिस मुलाजिमों की जद्दोजहद के बाद उन्हें छोड़ा गया।

उन्होंने कहा कि 20 जून से पहले कोई भी किसान धान की रोपाई नहीं कर सकता। यदि किसी किसान ने इस कानून की उल्लंघना की तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारियों मुताबिक राज्य सरकार ने 20 जून से पहले लगे धान की रोपाई करने वाले किसानों का रिकार्ड तैयार करने को कहा है। खेती अधिकारी ने यह भी दावा किया कि धान की फसल पकने तक 20 जून से पहले बीजे धान को नष्ट करने के अलावा सरकार यह धान न खरीद करने बारे फैसला लेने की तैयारी में है।

रोपाई करने वाले किसानों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई 
डिप्टी कमिश्नर दिलराज सिंह ने किसानों को सरकारी नियमों की पालना करने का न्यौता देते कहा कि पंजाब की धरती निचले पानी के दिनों-दिन नीचे जा रहे स्तर को स्थिर करने के लिए सरकार की ओर से बनाए कानून की उल्लंघना कर धान की रोपाई करने वाले किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ब्लाक स्तर पर टीमों का गठन कर एक अलग मुहिम द्वारा किसानों को इस संबंधित जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे कोई भी किसान 20 जून से पहले धान की रोपाई न करे।

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