फगवाड़ा में किसानों का रोष प्रदर्शन रात को भी जारी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 10:47 PM (IST)

फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा में किसानों का रोष प्रदर्शन रात को भी जारी है। किसानों ने नैशनल हाईवे पर बिस्तरे डाल कर जाम लगा दिया। पंजाब के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे आंदोलनकारी किसानों ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पूरी तरह से बंद पड़ी निजी शूगर मिलों पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि गन्ने के भरे सीजन में यदि यह दौर ऐसे ही चलता है तो प्रांत के हजारों किसान बर्बाद हो जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। 

इस दौरान फगवाड़ा में आज तब हालात खासे तनावग्रस्त हो गए जब देखते ही देखते हजारों की संख्या में स्थानीय वाहद-संधर शूगर मिल के बाहर एकत्रित हुए किसानों ने रोष धरना लगा स्थानीय शूगर मिल को जल्द शुरू करने की मांग करनी शुरू कर दी। किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार प्रदेश की सभी निजी मिलों को बकाया धनराशि जल्द रिलीज करे, जिससे उक्त सभी मिलें शुरू हो सकें और किसानों की गन्ने की फसल की सुनियोजित ढंग से बिक्री शुरू हो पाए। 

किसान नेताओं ने कहा कि बने हुए हालात को देख ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पंजाब की मौजूदा कैप्टन सरकार किसान और किसानी को पूरी तरह से खत्म करने पर तुली हुई है। उक्त रोष धरना जो सुबह 9.30 से लेकर शाम करीब 5 बजे तक पूरे जोश के साथ जारी रहा। इस दौरान हालात एक बार फिर तब गंभीर हो गए जब आंदोलनकारी किसानों ने शूगर मिल से रोष धरना खत्म करने के दौरान ही स्थानीय नैशनल हाईवे नंबर-1 पर मेन बाईपास इलाके पर बीच सड़क रोष धरना लगा पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। जारी घटनाक्रम के चलते नैशनल हाईवे नंबर-1 से लेकर स्थानीय सॢवस सड़कों पर चारों तरफ ट्रैफिक जाम लग गया, जिसके कारण हजारों की संख्या में वाहन सड़कों के बीचोंबीच फंस गए।

इसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रोष धरने के चलते फगवाड़ा में समाचार लिखे जाने तक जिलाधीश कपूरथला मोहम्मद तैयब, एस.एस.पी. कपूरथला सतिन्द्र सिंह, एस.पी. मंदीप सिंह सहित भारी संख्या में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी बने हुए विकट हालात पर नजर रखे हुए हैं। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक फगवाड़ा में नैशनल हाईवे नंबर-1 पर आंदोलनकारी किसानों द्वारा बीच सड़क रोष धरना लगा पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है और सभी सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम लगने के कारण असंख्य वाहन सड़कों पर फंसे हुए हैं।

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