किसान की बेटी ने 13 महीने में जीते 14 मैडल, PM मोदी को लैटर लिखकर किया Challenge

punjabkesari.in Monday, Aug 12, 2019 - 10:41 AM (IST)

अमृतसर(सफर) : ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अमृतसर के किसान की बेटी ने चिट्ठी लिखी है कि उसे पावर लिफ्टिंग के लिए इंटरनेशनल स्तर पर कोचिंग दिलाई जाए तो दुनिया जीत सकती है। इसे पावर लिफ्टिंग से जुड़े 13 महीने हुए हैं और अब तक 5 गोल्ड, 4 सिल्वर व 6 कांस्य पदक जीत चुकी है। बिना कोचिंग दिल्ली के साथ हरियाणा को भी धूल चटा चुकी है।

मीरांकोट में जन्मी सिंपल बेदी के पिता बलबीर सिंह बेदी भले ही किसान थे पर उनकी सोच हिमालय से ऊंची थी। चार बेटियों व 1 बेटे के पिता का दायित्व उन्होंने बखूबी निभाया और बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाई पर कैंसर ने उन्हें 1997 में छीन लिया। मां शीला बेदी बाबा नानक की मुरीद उन्हीं की फकीरी में जिंदगी व्यतीत करने लगी। वहीं सिंपल कालेज के दिनों में रंगमंच से लेकर माडलिंग से जुड़ी और 1995 में मिस पंजाबण बनी। जी.एन.डी.यू. से ग्रेजुएट के बाद सी.ए. पास कर कुछ महीने नौकरी भी की। 

रक्षा के लिए बंधन लेकर जाएगी बार्डर 
सिंपल बेदी कहती है कि वो रक्षा के लिए बार्डर पर बंधन लेकर जाएगी और फौजी भाइयों के हाथों में राखी बांध भारत मां की रक्षा के लिए जहां प्रण लेगी, वहीं आजादी दिवस पर अमृतसर में ऐसी बेटियों को पावर लिफ्टिंग से जोडऩे की मुहिम शुरू करेगी जो खेल जगत में ऊंचा नाम कमा सकती हैं, लेकिन उसे मार्गदर्शक की जरूरत है। कहती है, मैं इस मुकाम पर बेटे की वजह से हूं। मैंने खुद से वादा किया है कि बेटे की खुशी के लिए विश्व विजेता बनूंगी। 

यूट्यूब से सीखे पावर लिफ्टिंग के तरीके
मिस पंजाबण बनने के बाद फिल्मों में आफर मिले पर 2010 में दिल्ली में शादी हो गई। 2011 में बेटे गलेडविन ने जन्म लिया। तीसरी कक्षा में पढ़ता है। सिंपल ने जुलाई 2018 में पावर लिफ्टिंग करने की सोची। फिर यूट्यूब से इसके गुर सीखे। आज भी किसी से कोचिंग नहीं ले पा रही है। कहती है, सिंगल मदर हूं, बच्चे की पढ़ाई व घर का खर्चा मुश्किल से चलता है पर ठान लिया है कि एक दिन पावर लिफ्टिंग में विश्व विजेता बनूंगी। 

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