किसान दिल्ली में तो महिलाएं पंजाब में मोर्चे पर डटीं, बोलीं- ''जब तक पति-बेटे-भाई नहीं लौटते जारी रहेगी जंग"

punjabkesari.in Saturday, Nov 28, 2020 - 12:17 PM (IST)

जालंधर/चंडीगढ़:  केंद्र द्वारा लागू कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान शनिवार सुबह सिंघु बॉर्डर पर जमा हुए और बैठक की। इसमें उन्होंने प्रदर्शन के लिए उत्तर दिल्ली में स्थान निर्धारित करने के बावजूद सीमा पर ही विरोध-प्रदर्शन जारी रखने का फैसला किया। 

वहीं किसानों के दिल्ली जाने के बाद पंजाब में महिलाओं ने कमान संभाल ली है। धरने में पहुंचीं महिलाओं ने कहा कि जब तक उनके पति-बेटे-भाई दिल्ली फतेह कर नहीं लौटते पेट्रोल पंप और टोल प्लाजा पर हम धरना देंगे।मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार बड़ी गिनती में महिलाओं ने धरने को संबोधन करते हुए कहा कि किसान अब अपना हल करवाकर दिल्ली से वापिस आएंगे। इसलिए चाहे उन्हें कितने भी दिन या महीने लग जाए, वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा किसानों के इस बड़े संघर्ष को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने अपना जोर लगा लिया हैं पर किसानों ने उनके मुंह मोड़ते हुए दिल्ली की जड़ों तक पहुंच गए है।  इस मौके उन्होंने किसानों पर किए तशद्द की सख्त शब्दों में निंदा की और केन्द्र सरकार द्वारा किसानों को धरने के लिए जगह दिए जाने की उन्होंने किसान आंदोलन की पहली जीत बताया। 

बता दें कि टिकरी बॉडर पर मौजूद किसानों का भी प्रदर्शन जारी है। हालांकि, निर्धारित स्थल पर जाने को लेकर उन्होंने जल्द फैसला करने की बात कही। एक किसान नेता ने बताया कि पंजाब से दिल्ली प्रवेश करने के प्रमुख रास्ते सिंघु बॉडर पर किसानों की बैठक में फैसला लिया गया कि वे वहां से नहीं हटेंगे और प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम यहीं (सिंघु बॉडर)प्रदर्शन जारी रखेंगे। हम घर वापस नहीं जाएंगे। पंजाब और हरियाणा से हजारों किसान प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आए हैं।''

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