प्रशासन के आदेशों की उल्लंघना कर किसानों ने पराली को आग लगाकर मनाई दीवाली

punjabkesari.in Tuesday, Oct 29, 2019 - 09:25 AM (IST)

कपूरथला(शर्मा): पर्यावरण सुरक्षा एजैंसी भारत सरकार, पंजाब सरकार व जिला प्रशासन की ओर से दिन-ब-दिन प्रदूषित हो रहे पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए वित्त वर्ष 2019-20 दौरान धान की पराली को खेतों में न जलाने की कड़ी हिदायतें देने के बावजूद प्रशासन के आदेशों की उल्लंघना करते हुए किसानों ने खेतों में पड़ी धान की पराली को आग लगाकर दीवाली मनाने को पहल दी। सुल्तानपुर लोधी जिस धरती पर श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव को विश्व स्तर पर मनाने के लिए केन्द्र व पंजाब सरकार के अलावा एस.जी.पी.सी. की ओर से युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। उक्त क्षेत्र के गांवों जिनमें खैड़ा दोनां, कड़ाल नौ आबाद, दुर्गापुर, पाजियां, मल्लियां, मोठांवाल, भौर, डडविंडी आदि के किसानों ने शनिवार, रविवार व सोमवार को अपने-अपने खेतों में पड़ी धान की पराली को आग लगाकर दीवाली का त्यौहार मनाया।

उक्त गांवों के किसानों की ओर से पराली को आग लगाने से पर्यावरण इतना प्रदूषित हुआ कि लोग आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहे थे। पंजाब केसरी की टीम की ओर से किए विशेष दौरे दौरान देखा गया कि सुल्तानपुर-कपूरथला मुख्य मार्ग के साथ लगते उक्त गांवों के खेतों में कुछेक किसानों की ओर से अपने खेतों में धान की पराली को सरेआम आग लगाई जा रही थी। जिससे उत्पन्न धुएं कारण लोगों को सांस लेने में मुश्किल महसूस हो रही थी और आंखों में जलन महसूस हो रही थी। परंतु उक्त किसानों को पराली को आग लगाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से बनाई प्रदूषण कंट्रोल नोडल अफसर टीमें कहीं भी नजर नहीं आ रही थीं। 

पराली को जलाने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई : ए.डी.सी. 
पराली को आग लगाने के मामले संबंधी जब ए.डी.सी.(डी) अवतार सिंह भुल्लर कपूरथला के साथ सम्पर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि धान की पराली को आग न लगाने के लिए किसानों को कड़ी हिदायतें जारी की गई हैं। कई जगह कानून तोड़ने वाले किसानों पर मामले दर्ज करवा कर जुर्माने भी किए गए हैं और अब सुल्तानपुर लोधी के जिन किसानों ने पराली को आग लगाकर कानून तोड़ा है, उनको किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, बल्कि कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

Edited By

Sunita sarangal