बैठक में नहीं पहुंचे कृषि मंत्री तोमर, गुस्साएं किसानों ने फाड़े बिल के पन्ने, जारी रहेगा आंदोलन

punjabkesari.in Wednesday, Oct 14, 2020 - 03:55 PM (IST)

नई दिल्ली /चंडीगढ़: केंद्र सरकार की तरफ से बनाए गए 3 खेती कानूनों को लेकर संघर्ष के रास्ते पड़े किसान संगठनों की 7 सदस्यता कमेटी की केंद्र सरकार के साथ मीटिंग खत्म हो गई है। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के मंत्रियों और आधिकारियों बीच लगभग 2 घंटे चली यह मीटिंग बेनतीजा रही है। इसके साथ ही सूचना यह भी मिली है कि इस मीटिंग में निराश होकर निकले किसान नेताओं ने मीटिंग का बॉयकाट कर दिया है और किसान संगठनों ने खेती कानूनों के खिलाफ संघर्ष और तेज करने का ऐलान किया है। 

यहां कृषि भवन में हो रही मीटिंग में केंद्रीय कृषि सचिव संजय अग्रवाल किसान नेताओं के साथ बातचीत कर रहे थे और केंद्र और किसान संगठनों के बीच हुई इस पहली मीटिंग में कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की गैर-मौजूदगी के चलते किसान नाराज हो गए और मंत्रालय के भीतर ही नारे लगाए और कृषि कानूनों के पन्ने फाड़ दिए। उन्होंने यह भी कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।  

बता दें कि इस मीटिंग पर सबकी नज़रे बनीं हुई थीं, मीटिंग दौरान किसानों ने अपना पक्ष रखा और पहली बात यह रखी कि पहले केंद्र खेती कानूनों को रद्द करे, उसके बाद ही कोई बात की जाएगी।पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए किसानों ने कहा कि मीटिंग में आधिकारियों की तरफ से उन्हें खेती कानून पढ़ने और इस बारे समझाने की बात कही गई लेकिन इस कानून से भली -भांति जागरूक हैं। उन्होंने साफ़ कहा कि जब तक यह काले कानून रद्द नहीं किए जाते, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। 

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