सर्दी में गर्मी का एहसास लेकिन रहें सावधान! ये चीजें सेहत के लिए हैं जानलेवा

punjabkesari.in Sunday, Jan 03, 2021 - 04:56 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): सर्दियों में गरम पानी से नहाने का आनंद ही अलग होता है। इसलिए कई बार हम घंटों शॉवर में गुजार देते हैं। ठंड के मौसम में गरम पानी से नहाना जरुरी भी होता है, वरना आप बीमार पड़ सकते हैं। हालांकि, देर तक गरम पानी में नहाने से आपकी स्किन के लिए कई समस्याएं हो सकती हैं। गरम पानी शरीर की नमी को सोखने का काम करता है। अगर देर तक ऐसे पानी में रहा जाए तो यह स्किन में मौजूद नैचुरल मॉइस्चर भी कम होते हुए स्किन को डैमेज पहुंचाना शुरू कर देता है। स्किन को ड्राई बनाते हुए उसमें दरारें ला सकती हैं। जिसकी वजह से खुजली और रैशेज की समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावे सर्दी के मौसम में गर्माहट के लिए  बंद कमरे में अंगीठी जला कर सोना व बाथरूम में गैस गीजर चलाकर गर्म पानी से नहाना भी जानलेवा साबित हो सकता है। 

सतर्क नहीं तो बाथरूम में घुट सकता है दम
सर्दी के मौसम में बाथरूम में गैस गीजर को लोगों के लिए खतरे की घंटी से कम नहीं होता है। बाथरूम में खिड़कियां और दरवाजा बंद होने व गैस गीजर बर्नर चलने से अंदर आक्सीजन की कमी हो जाती है और कार्बन मोनोआक्साइड और मिथेन गैस अधिक पैदा होने लगती है। इससे बंद बाथरूम में नहाने वाले व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है। छोटे बाथरूमों में ऐसी समस्याएं अधिक आती हैं। ऐसे मामले बच्चों के साथ ज्यादा सामने आते हैं। गंभीर मामलों में दिमाग की नसें कमजोर हो जाती है और ब्रेन डैमेज होने से मौत भी हो सकती है।  बंद बाथरूम में गैस गीजर चलने से आक्सीजन की कमी से घुटन, छाती में दर्द, चक्कर आने, आवाज कम होने जैसी समस्याएं हो जाती हैं। हाथ-पैरों की मूवमेंट कम होने से नहाने वाला अपने आप को संभाल नहीं पाता है और बेहोश जाता है। ऐसा कई बार मौत का कारण भी बन जाता है।

कमरे में अंगीठी जला कर सोना भी है खतरनाक
सर्दी के मौसम में कमरे में अंगीठी जला कर कभी भी सोने का प्रयास ना करें। जलते लकड़ी या कोयले से निकलने वाली मिथेन और कार्बन मोनोआक्साइड गैस से आक्सीजन का दबाव कम हो जाता है। फेफड़ों की श्वास लेने व छोडऩे की प्रक्रिया कमजोर पडऩे लगती है। ऐसे हालात में व्यक्ति कई बार बेहोश हो जाता है। उसकी मौत भी हो सकती है। अंगीठी से आग लगने का भी खतरा बना रहता है। 

बाथरूम में गैस गीजर इस्तेमाल करते समय बरतें ये सावधानी 
गैस गीजर वाले बाथरूम की खिड़कियां खुली और हवा के अदान प्रदान का प्रावधान होना चाहिए। अधिक समय तक नहाने वाला बाहर न आए तो दस्तक देकर स्थिति जानने की कोशिश करे। मरीज के तुरंत खुले में ले जाएं। गैस गीजर व सिलेंडर बाहर लगाएं। छोटे बच्चों का खास ध्यान रखें। तंग बाथरूम में गैस गीजर लगाने से गुरेज करे।

कमरे में अंगीठी जलाते समय बरते सावधानियां 
कमरे में अंगीठी जला कर हवा आने जाने का रास्ता अवश्य छोड़े । सोते समय किसी भी हाल में अंगीठी घर के अंदर न रखें। दिन के समय भी अंगीठी जला कर सोने की कोशिश न करें। कोयले से मीथेन गैस निकलती है इसलिए कोयले की बजाए लकड़ी जलाएं। बच्चों तथा बुजुर्गो की पहुंच से अंगीठी की दूर रखें। आधे घंटे से ज्यादा अंगीठी को अंदर न रखें, थोड़ी थोड़ी देर बाद बाहर निकालते रहिए।

ज्यादा गर्म पानी में नहाने से करें परहेज
आमतौर पर सर्दियों में गीजर के जरिए नलों में जो पानी आता है, उसका तापमान 70 डिग्री रहता है, जो नहाने के लिहाज से बहुत गर्म माना जाता है, जिसके कई नुक्सान हैं। लेकिन अगर आप पानी को 46 डिग्री तक ही गर्म करें, तो ये गर्म तो होगा लेकिन आपके शरीर के लिए इतना नुकसानदायक नहीं होगा। एक स्टडी की मानें तो गरम पानी से 10 से 15 मिनट से ज्यादा नहीं नहाना चाहिए। नहाने के बाद बॉडी पर मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं ताकि स्किन ड्राई न हो और अन्य परेशानियों की जड़ न बने।
 


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Mohit

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