डिलीवरी में लापरवाही से महिला की मौत, परिजनों ने किया प्रदर्शन

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 07:25 AM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): सिविल अस्पताल होशियारपुर में पिछले 1 साल से महिला रोग विशेषज्ञ की तैनाती न होने की वजह से जच्चा-बच्चा दोनों को न सिर्फ परेशानी हो रही है बल्कि जानें भी जाने लगी हैं। अब सोमवार को एक बार फिर नॉर्मल डिलीवरी दौरान स्वस्थ बेटे को जन्म देने के बाद 26 वर्षीय महिला सपना पत्नी दीपक कुमार निवासी लुधियाना की हालत खराब होती देख ड्यूटी पर तैनात मैडीकल स्टाफ ने सोमवार को देर सायं उसे पी.जी.आई. चंडीगढ़ रैफर कर दिया। चंडीगढ़ पहुंचने से पहले ही रास्ते में सपना की मौत हो जाने के बाद गुस्साए परिजनों ने मंगलवार दोपहर 2.30 बजे के करीब सिविल अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ डाक्टरों के खिलाफ रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया। 

करीब 1 घंटे तक रहा ट्रैफिक जाम
इस बीच सूचना मिलते ही थाना मॉडल टाऊन के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर नरेन्द्र कुमार व थाना सिटी के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर लोमेश शर्मा पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंच आक्रोशित परिजनों को समझाने व पोस्टमार्टम करवाने को राजी करने में जुट गए। करीब 1 घंटे पश्चात परिजनों ने कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ट्रैफिक बहाल कर दिया।

डाक्टरों की लापरवाही के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
सिविल अस्पताल के मेन गेट पर मृतका सपना पुत्री शिव कुमार निवासी तारघर वकीलां बाजार के परिजनों ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सपना की शादी साल 2011 में दीपक के साथ लुधियाना में हुई थी। सपना पहले बेटे नवी को जन्म मायके होशियारपुर में देने के बाद दूसरे बच्चे की डिलीवरी के लिए रविवार देर रात सिविल अस्पताल में दाखिल हुई थी। सोमवार को 12 बजकर 3 मिनट पर स्वस्थ बेटे को जन्म देने के बाद सपना की तबीयत बिगडऩी शुरू हो गई और उसका शरीर पीला पडऩे लगा।

स्टाफ को बताने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया। जब तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो डाक्टरों ने साढ़े 3 बजे के करीब उसे पी.जी.आई. रैफर कर दिया। बार-बार कहने पर स्टाफ की तरफ से हमें यही बताया गया कि अस्पताल में गाइनीकॉलोजिस्ट महिला एक्सपर्ट डाक्टर नहीं है। परिजनों ने आरोप लगाया कि डिलीवरी के बाद से ही खून के लगातार रिसने का सही इलाज किए बगैर एम्बुलैंस में बिना डाक्टर के सपना को चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया जिस वजह से रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने पुलिस से अपील की कि आरोपी डाक्टरों व मैडीकल स्टाफ के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करे।

लापरवाही पड़ी भारी
पीड़िता सपना के पति दीपक कुमार, मां राज रानी ने रोते हुए बताया कि सोमवार को जब नॉर्मल डिलीवरी दौरान बेटा हुआ था तो सपना के साथ-साथ हम सभी काफी खुश थे लेकिन बाद में डाक्टरों की लापरवाही ने हमें अब जिन्दगी भर का गम दे दिया है। जब खून अधिक बहने लगा तो पहले डाक्टरों ने हमें बताया कि सपना को रसौली है वहीं बाद में कहा कि खून की मात्रा लगातार घट रही है अत: अब उसे यहां रखा तो नुक्सान हो सकता है। अस्पताल में स्टाफ के अलावा कोई डाक्टर नहीं था। जब सपना की हालत सीरियस होने लगी तो डाक्टर आया जरूर पर तब तक काफी देर हो चुकी थी।

Anjna