गुंडागर्दी का नाच: 2 पक्षों में जमकर हुई लड़ाई, तमाशा देखती रही पुलिस

punjabkesari.in Sunday, Aug 01, 2021 - 12:46 PM (IST)

बठिंडा (विजय): अपराध किस कदर बढ़ गया कि थाने के बाहर ही दो पक्ष भिड़ गए, रक्षक पुलिस तमाशा देखती रही जबकि एक पक्ष ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। घटना की वीडियो वायरल होने के बाद थाना वर्धमान चौकी इंचार्ज को बदल दिया गया जबकि सहायक थानेदार जिस पर आरोप लगे थे उसे पुलिस ने बेकसूर बताया।

दरअसल बीते दिनों हुई लड़ाई के बाद दोनों पक्षों को पुलिस चौकी वर्धमान के इंचार्ज मनप्रीत सिंह की तरफ से बुलाया गया था। दोनों पक्षों का कहना था कि वह समझौता कर रहे हैं जिस पर इंचार्ज भी सहमत हो गया, लेकिन अचानक दोनों पक्ष के लोग पुलिस चौंकी के बाहर आपस में भिड़ पड़े। संजू सिंह निवासी वर्धमान क्षेत्र अनुसार उसके पड़ौसी जसवंत सिंह ने बीती 25 जुलाई को नशा करने के खातिर उसे पैसे मांग रहा था। उसने पैसे नहीं दिए, तो उसके साथ मारपीट की गई। जिसके बाद जसवंत सिंह ने खुद को घायल कर उसके खिलाफ ही पुलिस के पास झूठी शिकायत दे दी। इसके बाद पुलिस चौकी के सहायक थानेदार जीत सिंह ने जसवंत सिंह की मदद करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद पुलिस चौकी में उसके साथ बहुत दुर्व्यवाहर किया गया। फिर उनकी समझौते की बातचीत हुई। मौके पर ए.एस.आई. जीत सिंह ने जसवंत सिंह और सत्ताधारी पार्टी से संबंध रखने वाले कुछ लोगों को पुलिस चौकी में बुला लिया। इसके बाद उक्त लोगों ने उसकी व उसके पिता सिकंदर सिंह के साथ मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया। सिकंदर सिंह को गंभीर चोट लगी उसको अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा। संजू सिंह ने कहा कि विरोधी पक्ष को कांग्रेसी नेताओं की शह है इसलिए पुलिस उनके साथ धक्का कर रही है। 

संजू सिंह ने उच्च पुलिस आधिकारियों से इंसाफ की मांग की है। इसी तरह संजू सिंह के ही पड़ौसी नवीन कुमार का कहना है कि वह इस मामलो में पंचायत के तौर पर आए थे। दोनों पक्षों को चौकी के बाहर एकत्रित हुई, तो संजू सिंह और सिकंदर सिंह ने जसवंत सिंह पर हमला कर दिया। अगर किसी ने छुड़वाने की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट की गई। वह सिर्फ मौके पर लड़ाई छुडवा रहे थे। वहीं नए आए चौकी इंचार्ज भुपिंदर सिंह ने बताया कि ए.एस.आई. जीत सिंह पर लगाए गए आरोप बिल्कुल झूठे हैं। उक्त लड़ाई के साथ इसका कोई संबंध नहीं। संजू सिंह की 107/151 के अंतर्गत जमानत कर दी है। संजू सिंह के पिता सिकंदर सिंह, जोकि सिविल अस्पताल में दाखिल हैं। उनके बयान दर्ज करके संबंधित व्यक्तियों विरुद्ध बनती कार्रवाई की जा रही है। डी.एस.पी. सिटी वन गुरजीत सिंह रोमाना का कहना है कि पहले हुई लड़ाई के आधार पर दोनों पक्षों को चौकी में बुलाया गया था। परंतु वह चौकी के बाहर धक्का-मुक्की हो गई।

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Content Writer

Tania pathak

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