गैस सिलैंडर लीक होने से लगी आग,करीब साढ़े 4 घंटे तड़पते रहे झुलसे पिता-पुत्र

punjabkesari.in Thursday, Apr 05, 2018 - 07:58 AM (IST)

गिद्दड़बाहा (संध्या): बैंटाबाद में सुबह करीब 11 बजे रिहायशी क्षेत्र के एक घर में उस समय आग लग गई, जब घर में मौजूद मनू (26) ने गैस सिलैंडर बदलने के लिए सिलैंडर की सील खोली तो इस दौरान लीक  हो रही गैस को रसोई में जलते बल्ब के कारण आग लग गई और रसोई में मौजूद मनू झुलस गया, उसके बचाव के लिए जब उसका पिता विनोद कुमार (58) आगे बढ़ा तो वह भी आग की चपेट में आने के कारण झुलस गया। दोनों पिता-पुत्र को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

इस संबंध में जानकारी देते लड़के के मामा संदीप अरोड़ा लड्डू ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे उनके जीजा के घर सिलैंडर लीक होने के कारण भांजा व जीजा गंभीर रूप में झुलए गए थे, जिन्हें सिविल अस्पताल गिद्दड़बाहा में भर्ती करवाने के लिए 108 एम्बुलैंस पर फोन किया गया, करीब आधे घंटे बाद एम्बुलैंस आई। सिविल अस्पताल गिद्दड़बाहा से आपातकालीन मैडीकल अधिकारी ने विनोद कुमार फुटेला की हालत को देखते हुए डेढ़ बजे के करीब बङ्क्षठडा के सरकारी अस्पताल रैफर कर दिया। बल्लूआना से जब डेढ़ बजे 108 एम्बुलैंस आई तो एम्बुलैंस के चालकों ने संदीप अरोड़ा लड्डू को कहा कि उनकी एम्बुलैंस में ए.सी. नहीं चलता और स्टै्रचर भी टूटे पड़े हैं तो संदीप अरोड़ा लड्डू के पूछने पर कि उनके जीजा को लेकर कौन जाएगा तो बल्लूआना के एम्बुलैंस चालक ने कहा कि लंबी से एम्बुलैंस आ रही है और वे लोग अपनी एम्बुलैंस वापस बल्लूआना ले गए, काफी देर तक जब फिर 108 पर कन्फर्म करने के लिए फोन किया तो पता चला कि लंबी से कोई एम्बुलैंस नहीं आ रही।

एम्बुलैंस की मांग करने पर दोबारा मलोट से 108 एम्बुलैंस को भेजा गया, जिसके चलते झुलसे पिता-पुत्र करीब साढ़े चार घंटे दर्द से तड़पते रहे। जहां विनोद कुमार फुटेला को 2 घंटे बाद भेजा गया, वहीं मनू को 3.30 बजे बठिंडा के लिए रैफर किया गया। अब ऐसे हालात में सवाल यह उठता है कि सरकारी अस्पताल में मौजूद एम्बुलैंस लोगों की सेवा के लिए मौजूद क्यों नहीं मिलती। 

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