एक गलती के कारण बारात आने से पहले उजड़ा बेटी का घर, गहने हाथ में लेकर रोती रही बेबस मां

punjabkesari.in Monday, Dec 21, 2020 - 10:47 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील/संदीप): इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-1, चंडीगढ़ स्थित कालोनी नंबर 4 में 9 झुग्गियां आग में राख हो गई। दमकल विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दोपहर 3.30 बजे कालोनी नंबर 4 में बिजली ऑफिस के बाहर रह रहे लोगों में आग की लपटें देखते ही अफरा-तफरी मच गई। कालोनी के बाहर शौचालय के नजदीक बनी रजाई वाले की दो दुकानों में अचानक आग लग गई। इन दुकानों के साथ लगती झुग्गियां भी आग की चपेट में आ गईं। झुग्गियों की छतों पर प्लॉस्टिक की चादरें और घास-फूस बिछा हुआ था, जिसने आग में घी का काम किया।

घटना की सूचना पाते ही मौके पर 4 फायर टैंडर पहुंचे और आग पर काबू पाया। हालांकि लोगों ने अपने सामान को बचाने की काफी कोशिशें की लेकिन वे असफल रहे और अपने आशियाने को खत्म होता देखकर चीख-पुकार करने लगे। लोगों का कहना था कि कालोनी में बिजली की तारें गुजर रही हैं। यह संभव है कि तारों से ही चिंगारी निकली और आग भड़क गई। दमकल कर्मियों के मुताबिक अभी आग के सही कारणों का पता नहीं चल सका है। झुग्गी वासियों का कहना था कि वे काफी समय से प्रशासन से उन्हें पुर्नावास योजना के तहत लाभ देने की बात कह रहे थे लेकिन प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी।

सोमवार को थी शादी 
कॉलोनी नंबर 4 की जिन झुग्गियों में आग लगी, उनमें रहने वाले एक परिवार के सदस्य की सोमवार को शादी थी। उनके सभी रिश्तेदार वहां आए हुए थे लेकिन आग लगने से सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया। परिवार की खुशियां गम में बदल गई। इस आग की भेंट चढऩे वाले घरों में एक घर ऐसा भी था, जहां रहने वाली बिन बाप की बेटी का सोमवार को विवाह है। बीमारी के चलते उसके पिता का कुछ साल पहले देहांत हो गया था। बारात के आने से ठीक एक दिन पहले ही घर में आग लग गई। परिवार ने बेटी की शादी के लिए गहने, नकदी और सामान संजोकर घर में रखा हुआ था लेकिन इस हादसे में घर के साथ बेटी की शादी के लिए रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। परिवार जले हुए गहने, सामान को हाथ में लेकर रोता नजर आया। 

गैस सिलैंडर ब्लास्ट होते तो मचती तबाही 
यहां घरों में रखे गैस सिलैंडर भी आग की चपेट में आ गए लेकिन गनीमत रही कि किसी भी सिलैंडर में ब्लास्ट नहीं हुआ। अगर इनमें से किसी में ब्लास्ट हो जाता तो शायद यहां पर जानी नुक्सान भी हो सकता था। 

पुलिस बनी मददगार
इस दुख की घड़ी में पुलिस इन परिवारों का सहारा बनी है। डी.एस.पी. ईस्ट का कार्यभार संभाल रहे गुरमुख सिंह व अन्य अधिकारियों ने इस अग्निकांड में अपना सबकुछ गंवाने वाले लोगों के लिए खाने व रहने का प्रबंध किया। 100 लोगों को पुलिस खाना देगी। बेघर हुए लोगों को इस कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए नाइट शैल्टर का प्रबंध किया गया है। 


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