‘कुछ दिन पहलां ही मुम्बई तों वदिया कपड़े दा स्टॉक आया सी’

punjabkesari.in Wednesday, May 24, 2017 - 01:00 PM (IST)

फगवाड़ा (जलोटा,रमेश): शहर में आज तड़के विश्व प्रसिद्ध गौशाला बाजार में तब हड़कंप मच गया जब एक दोमंजिला रैडीमेड गारमैंट्स की दुकान मै. कृष्णा स्टाइल में अचानक आग लग गई। अग्निकांड की सूचना मिलते ही बाजार के कई दुकानदार व लोग मौके पर पहुंच गए और इसकी सूचना दमकल विभाग को दी गई।  फायर ब्रिगेड टीम ने लगातार 3 घंटे की मेहनत से आग पर काबू पाया लेकिन इस दौरान दुकान में पड़ा रैडीमेड कपड़ों का स्टॉक व कीमती सामान जलकर राख हो चुका था।  दुकान के मालिक अशोक कुमार व उनके पुत्र धीरज कुमार ने बताया कि उनका 80 लाख रुपए से ज्यादा कीमत का रैडीमेड कपड़ा व अन्य सामान पूरी नष्ट हो गया है। उनको दुकान में लगी आग की सूचना इलाके से गुजर रहे युवक ने मोबाइल फोन पर दी तथा जब वे मौके पर पहुंचे तो दुकान आग की लपटों से घिरी हुई थी। आग दुकान में रखे बिजली के इन्वर्टर में हुई स्पार्किंग के कारण लगी हो सकती है। अशोक कुमार ने भरे हुए गले से कहा,  ‘‘कुछ दिन पहलां ही मुम्बई तों वदिया कपड़े दा स्टॉक आया सी’’PunjabKesari
साथ लगता स्कूल व अन्य दुकानें भी हो सकती थीं राख
फायर ब्रिगेड कर्मचारियों व अधिकारियों ने कहा कि उनको दुकान में आग लगने की सूचना प्रात: 5 बजे मिली थी जिसके पश्चात फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच एक के बाद एक पानी भरकर पहुंची 4 दमकल गाडिय़ों का प्रयोग कर आग पर सुबह 8 बजे काबू पाया। यदि उन्हें आग लगने की सूचना मिलने में और देरी हो जाती तो दुकान के साथ लगता एक स्कूल व बाजार में स्थित कई और दुकानें भी आग की चपेट में आकर राख हो जातीं। दमकल टीम के अनुसार दुकान में आग संभवत: मध्यरात्रि पश्चात लगी होगी। वे जब आग बुझाने पहुंचे तो दुकान के बाहर लगा लोहे का शटर आग की तपिश से लाल हो रखा था। विभाग की टीम ने पहले आग से दहक रहे शटर को तोड़ा और फिर आग पर काबू पाया। दमकल विभाग द्वारा अग्रिकांड की सूचना थाना सिटी फगवाड़ा को दे दी गई है व पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। 

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पहले हुए अग्निकांडों से क्यों नहीं सबक सीखते दुकानदार
बड़ा सवाल यह भी बना हुआ है कि आखिर शहर में इससे पहले भी बिजली के शार्ट सॢकट के कारण हुए अनेक अग्रिकांडों से दुकानदार सबक क्यों नहीं सीख पा रहे हैं। 
फायर कार्यालय का सरकारी रिकार्ड गवाह है कि इससे पहले फगवाड़ा के तंग बाजारों और इलाकों में मौजूद कपड़े, करियाने की दुकानों आदि में प्राय: शार्ट सॢकट ही तबाही का कारण बना है। उपरोक्त मामले में भी आग लगने का कारण इन्वर्टर से शार्ट सॢकट ही बताया जा रहा है। यदि समय रहते उक्त इन्वर्टर को भुक्तभोगी दुकानदार किसी सुरक्षित जगह रखते जहां आग लगने के बावजूद भी क्षति न हो तो शायद लाखों रुपए का नुक्सान होने से बच जाता।

दुकानदारों ने पेश की एकता की मिसाल  
उक्त अग्निकांड के बाद भुक्तभोगी दुकानदार धीरज कुमार व अशोक कुमार के साथ उनके साथियों व इलाके के अन्य दुकानदार भाइयों ने आपसी एकता की मिसाल तब पेश की जब सभी ने पंक्तिबद्ध हो अग्रिकांड में नष्ट हुए सामान को दुकान से बाहर निकाला और पीड़ित पिता-पुत्र को हौसला देते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। शायद यही हमारे महान देश की असली ताकत और पहचान है कि हम सब एक होकर आई हुई कठिनाई का सामना करते हैं। 


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