सावधान... पटाखों के धूएं से जानलेवा बीमारियों का खतरा! ऐसे करें बचाव
punjabkesari.in Wednesday, Oct 22, 2025 - 03:40 PM (IST)
पंजाब डेस्क : एक तरफ जहां दिवाली सबसे खुशियों से भरा त्योहार है वहीं इस दौरान चलाए जाने वाले पटाखों के धूंए से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। त्योहार के बाद वायु की गुणवत्ता तेजी से खराब हो जाती है। पटाखों और आतिशबाज़ियों से निकलने वाला धुआं और रसायन हवा को दूषित कर देते हैं, जिससे अगले दिन सांस लेना मुश्किल हो जाता है। यह समस्या विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और पहले से सांस या अन्य चिकित्सकीय समस्याओं वाले लोगों के लिए गंभीर होती है।
प्रदूषण के मुख्य कारण
दीवाली के बाद वायु में प्रदूषण बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें सबसे प्रमुख हैं पटाखों से निकलने वाले PM2.5 और PM10 कण। ये छोटे जहरिले कण फेफड़ों तक पहुंचते हैं और सांस लेने में कठिनाई पैदा करते हैं। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाले बाजार, वाहनों का धुआं, घरों में कचरा जलाना और बिजली की अधिक खपत भी वायु प्रदूषण में योगदान देती हैं। इन सभी कारणों से दीवाली के बाद हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो जाती है और लोगों को सांस संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। छोटी से सावधानी से आपक दिवाली के दिनों में प्रदूषित हवा से होने वाले खतरों से बच सकते हैं। इससे सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
इन बीमारियों का खतरा सबसे अधिक:
AQI बढ़ने से यानी कि प्रदूषित हवा नाक और गले को प्रभावित करती है। इससे खांसी और गले में जलन की समस्या हो जाती है।
बच्चों को बुजुर्गों पर इसका सबसे अधिक खतरा रहता है, क्योंकि बच्चों के फेफड़े पूरी तरह से विकसित नहीं होते और बुजुर्गो की शक्ति कमजोर होती है।
जहरीली हवा फेफड़ों क पहुंचती है, जिससे दमा और और सांस की बीमारियां हो जाती है। यही नहीं लोगों को दौरा भी पड़ सकता है।
इन बीमारियों से पहले से पीड़ित मरिजों की खतरा हो सकता है।
पहले से फेफड़ों के नुकसान वाले मरीजों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
इसके साथ ही दिल की बीमारी वालों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है।
प्रदूषित हवा से बचने के आसान तरीके
घर से बाहर जाते समय अच्छा और बढ़िया क्वालिटी का मास्क पहने।
जब AQI 150 से ज्यादा हो या फिर आपके एरिया में बहुत ज्यादा पटाखे चल रहे हैं तो घर के अंदर ही रहें। घर से बाहर न निकले।
अपने घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें और एयर प्यूरीफाइर का इस्तेमाल करें।
विटामिन सी, टमाटर, आंवला, हल्दी और उमेगा-3 ऐसिड से भरूर खाना लें। इससे फेफेड़ मजबूत होते हैं।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

