नशा तस्कर को पकडऩे आए निहत्थे पुलिसकर्मी पर किए फायर

punjabkesari.in Tuesday, Jul 03, 2018 - 07:23 AM (IST)

जालंधर (वरुण): किशनपुरा रोड पर स्थित ब्रह्म कुंड मंदिर के पास ट्रैप लगाकर नशा तस्कर को पकडऩे गए एक निहत्थे पुलिसकर्मी पर तस्कर ने गोलियां चला दीं जिनमें से एक पुलिसकर्मी के साथ गए नशा सप्लायर के कंधे पर लगी। फायरिंग की सूचना मिलते ही सी.पी. प्रवीण कुमार सिन्हा, डी.सी.पी. इंवैस्टीगेशन गुरप्रीत सिंह, ए.सी.पी. नवनीत सिंह माहल, ए.सी.पी. इंवैस्टीगेशन गुरमेल सिंह, थाना-3 व सी.आई.ए. स्टाफ की टीम व विधायक बावा हैनरी भी मौके पर पहुंच गए।

घायल सप्लायर को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। नशा तस्कर का नाम सोनू पाजी बताया जा रहा है जिसकी एक्टिवा की डिक्की से देसी कट्टा, 7.65 एम.एम. का पिस्तौल, 2 लोडिड मैगजिन व 33 कारतूस मिले हैं। डी.सी.पी. गुरमीत सिंह ने बताया कि थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने नशा बेचने वाले मुकेश कुमार पुत्र उमेश निवासी लक्ष्मीनारायण मंदिर मॉडल हाऊस को गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में बताया कि वह सोनू पाजी नामक तस्कर से नशा खरीदता था। पुलिस ने मुकेश से सोनू को फोन करवा कर और नशा मंगवाया। सोनू ने इकहरी पुली के पास आधे घंटे बाद आकर नशा ले जाने की बात की। मात्र एक पुलिस कर्मी मुकेश को साथ लेकर बाइक पर बिठा कर उसे इकहरी पुली ले गया। जैसे ही वे ब्रह्मकुंड मंदिर के पास पहुंचे तो सोनू पाजी वहां मिल गया जो एक्टिवा पर था। उसके पास एक बैग था। कुछ सैकेंड सोनू से बात करने के बाद पुलिस कर्मी ने बैग चैक करवाने को कहा। 

बार-बार कॉल आने से हुई सोनू की पहचान
थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने जैसे ही मुकेश को गिरफ्तार किया था तो मुकेश के मोबाइल पर सोनू का बार-बार फोन आ रहा था। पुलिस ने जब सोनू के बारे पूछा तो मुकेश ने बताया कि वह सोनू से ही नशा खरीदता है। 

पुलिस की लापरवाही से बेकसूर की जा सकती थी जान
हैरानी की बात है कि नशा तस्कर को पकडऩे के लिए मात्र एक ही मुलाजिम पहले गिरफ्तार किए गए सप्लायर मुकेश को साथ लेकर चला गया। जिसकी इस लापरवाही के कारण गोली किसी और को भी लग सकती थी। अगर पुलिस पूरी प्लाङ्क्षनग से ट्रैप लगाती तो सोनू भी पकड़ा जा सकता था व शहर में गोलीकांड भी नहीं होता। हालांकि मुलाजिम को बचाने के लिए डी.सी.पी. गुरमीत सिंह ने कहा कि मुलाजिम अकेला नहीं था, एक पुलिस टीम आगे निकल गई थी। 

पुलिसकर्मी के पास नहीं था हथियार, अधिकारियों को भी सूचना नहीं
हैरानी की बात है कि है कि ट्रैप के बारे किसी भी पुलिस अधिकारियों को सूचना नहीं थी। हालांकि खुद की किरकिरी होने से बचने के लिए अधिकारियों ने दावा किया कि उनके पास सूचना थी लेकिन सूचना होने के बावजूद भी पुलिस कर्मी के पास हथियार क्यों नहीं था? मौका देख कर पहले से गिरफ्तार किया मुकेश भी फरार हो सकता था। 

भागने से पहले ऐसे किया सोनू ने ड्रामा
आसपास के लोगों का कहना है कि एक्टिवा सवार ने पुलिसकर्मी के आगे हाथ भी जोड़े थे लेकिन इसी दौरान उसने पिस्तौल निकाल कर पुलिसकर्मी की ओर 2 गोलियां चला दीं। एक गोली मुकेश के कंधे पर लग गई और वह सड़क पर गिर गया। देखते ही देखते सोनू ने पिस्तौल पुलिस कर्मी की ओर करके अपनी एक्टिवा फैंक दी व वहां से निकल रही एक कार के चालक को पिस्तौल दिखा कर कार रुकवा ली। जैसे ही कार चालक बाहर आया तो सोनू ने वहां से निकल रहे ऑटो वाले की तरफ पिस्तौल कर दी। ऑटो में सवारियां थीं जो तुरंत बाहर आईं। सोनू ने ऑटो में बैठकर चालक के सिर पर पिस्तौल तान दी व ऑटो भगाने को कहा। मुकेश को साथ लेकर आया पुलिस कर्मी पुलिस की वर्दी में नहीं था। पुलिस अधिकारियों ने मुकेश को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। फलहाल सोनू की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है जिसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।  

Anjna