नियुक्ति के 5 माह बाद कैप्टन के सलाहकारों ने दिया इस्तीफा

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 12:27 PM (IST)

 चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पांच सलाहकारों ने नियुक्ति के 5 माह बाद इस्तीफा दे दिया है। एक सलाहकार विधायक अमरेंद्र सिंह राजा वडिंग पहले ही पद छोड़ चुके हैं। इनकी नियुक्ति पिछले साल सितंबर में हुई थी। राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर ने ऑफिस ऑफ प्रॉफिट (लाभ का पद) बिल-2019 पर आपत्ति के साथ फाइल एडवोकेट जनरल (एजी) ऑफिस को लौटा दी थी,जिसके बाद इन सलाहकारों ने पद से इस्तीफा दे दिया।
 
उल्लेखनीय है कि कैप्टन सरकार ने 6 विधायकों को सलाहकार नियुक्त करने के लिए ऑफिस ऑफ प्रॉफिट बिल-2019 विधानसभा में लाकर विधायकों को इसके दायरे से बाहर कर दिया था। इसके बाद विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों, अमरेंद्र सिंह राजा वड़िंग, इंद्रबीर सिंह बुलारिया, संगत सिंह गिलजियां को मुख्यमंत्री का सलाहकार,जबकि तरसेम सिंह डी.सी. और कुलजीत नागरा को सलाहकार (योजना) नियुक्त किया था। पर जब फाइल राज्यपाल के पास गई तो उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए कई सवाल पूछ लिए। इन सवालों का जवाब तैयार करके फाइल जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ने कानूनी राय के लिए एडवोकेट जनरल अतुल नंदा को भेज दी। सूत्रों का कहना है कि अतुल नंदा ने मुख्यमंत्री से बात करने के बाद फाइल लौटा दी है। कहा जा रहा है कि फिलहात मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और सभी विधायकों को आश्वासन दिया है कि वह अभी इंतजार करें। वह उनके लिए कुछ करेंगे।

 राज्यपाल ने अधिकार व वैधानिकता पर उठाया था सवाल

राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने मुख्यमंत्री के सलाहकारों के अधिकार व कर्तव्य, योग्यता व भत्ते, वैधानिकता व जवाबदेही से जुड़े सवाल पूछते हुए फाइल लौटा दी। उन्होंने नियुक्ति के वित्तीय प्रभाव पर भी सवाल पूछे थे। सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता ने हालांकि फाइल लौटाने की बात का तब खंडन किया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल ने विधेयक को लेकर राज्य सरकार से कुछ स्पष्टीकरण मांगा है।

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