गिद्दड़पिंडी में बांध टूटा, 2 दर्जन गांव पानी में डूबे

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 08:55 AM (IST)

जालंधर/लोहियां खास(पुनीत): लोहियां के गिद्दड़पिंडी का बांध आज टूटने से 2 दर्जन गांव पानी की चपेट में आ गए। सूचना मिलते ही राहत टीमें मौके पर जाकर लोगों को राहत जुटाने में लगी रही। प्रशासन ने यहां एक घर में पानी में फंसी 70 वर्षीय बीमार वृद्धा को कड़े प्रयासों के बाद अस्पताल पहुंचाया। 

अभी भी कई गांव ऐसे हैं, जहां के लोग अपने घरों को छोड़कर जाने को तैयार नहीं। लगभग 50 गांवों के ऐसे लोगों तक प्रशासन द्वारा हैलीकॉप्टर के जरिए राहत सामग्री को एयरड्रोप किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन को सेना के 3 हैलीकॉप्टर मिले हैं, जो बुधवार सुबह से खाने-पीने का सामान व राहत सामग्री एयरड्रोप करनी शुरू कर देंगे। आपात स्थिति में हर जगह पहुंचना संभव नहीं होता, इसलिए हैलीकॉप्टर के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जाती है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सबसे अधिक समस्या पीने के साफ पानी की आ रही है, इसलिए प्रशासन द्वारा पीने के पानी के साथ-साथ खाने की सामग्री पहुंचाई जाएगी। 
प्रशासन ने जिले के 85 गांवों में अलर्ट जारी कर उन्हें खाली करने के आदेश दिए थे, लेकिन देखने में आया कि प्रशासन के निर्देशों के बावजूद लोग अपने घरों में दुबके रहे, जोप्रशासन के लिए ङ्क्षचता का विषय बना हुआ है। 

प्रशासन की बात सुनने को तैयार नहीं बाढ़ पीड़ित लोग : डी.सी.
इस संबंध में डी.सी. वरिन्द्र शर्मा ने बताया कि कई इलाकों में  लोगों को बाहर आने को कहा गया, लेकिन लोग बात सुनने को तैयार नहीं। जिले के 50 गांवों की 30 हजार एकड़ जमीन को पानी ने अपनी गिरफ्त में ले रखा है, जहां प्रशासन द्वारा राहत कार्यों तेज किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सेना के जवानों की टुकडिय़ों को बांध बनाने के लिए तैनात किया जा रहा है।

बाढ़ ग्रस्त व आस-पास के इलाके में कार्य करने में जुटी रैस्क्यू टीमें 
वहीं, आज सुबह से रैस्क्यू टीमें बाढ़ ग्रस्त व आस-पास के इलाकों में कार्य करती रहीं। एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल, ए.डी.सी. जसबीर सिंह इलाका विधायक लगातार मौका मुआयना करते रहे। वहीं जिन इलाकों में मोटरसाइकिल से जाने का रास्ता मिला, वहां पर डी.सी. वरिन्द्र शर्मा व एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल लोगों को शांति बनाए रखने का अपील करते रहे।

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