घायल सांभर को पकड़ना चाहते थे वन कर्मी, दौड़ा-दौड़ा कर मार डाला
punjabkesari.in Sunday, Dec 01, 2019 - 10:56 AM (IST)
अमृतसर(ममता): वन्य जीवों की सुरक्षा में हमेशा नाकाम रहने के कारण विवादों में घिरे रहने वाले जंगलात विभाग की एक और नाकामी उस समय सामने आई जब उनके द्वारा अमृतसर में दूसरी बार 10 दिन के भीतर एक सांभर को पकड़ने के प्रयास में उसकी मौत हो गई। इस तरह से दूसरी बार एक मासूम जानवर की मौत से पशु प्रेमियों में खासा रोष देखने को मिला और उनके द्वारा जंगलात विभाग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
जानकारी के अनुसार सुल्तानविंड रोड पर स्थित बिजली घर में एक सांभर घुस आया। जिस पर बिजली बोर्ड के कर्मचारियों की ओर से इस संबंध में जंगलात विभाग को जानकारी दी गई। जिस पर ब्लॉक अधिकारी जगतार सिंह के नेतृत्व में एक टीम सांभर को काबू करने के लिए वहां पर पहुंची। विभाग के कर्मचारियों के पास उसको पकड़ने के लिए एक रस्सी ही थी। जिसे देख कर सांभर डर कर इधर-उधर भागने लगा और 20 मिनट के अंदर ही वह घायल होकर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। सांभर की जानकारी मिलते ही पशु प्रेमी एवं एस.पी.सी.ए. के पूर्व इंस्पैक्टर अशोक जोशी अपने साथियों सहित वहां पहुंचे उस समय सांभर आखिरी सांसें ले रहा था और जंगलात विभाग के कर्मचारियों द्वारा उसे गाड़ी में डालकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की तैयारी की जा रही थी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए इंस्पैक्टर अशोक जोशी ने आरोप लगाया कि जंगलात विभाग के पास अप्रशिक्षित कर्मचारी हैं जिन्हें यह पता ही नहीं कि एक मासूम जानवर को किस तरह से काबू किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पास पूरे उपकरण जिनमें डाट गन, राइफल जाल तथा अन्य समान होना चाहिए वह भी नहीं है। उन्होंने बताया कि डाट गन के जरिए मासूम जानवर को आसानी से बेहोश करके काबू किया जा सकता है परंतु विभाग के कर्मचारियों द्वारा उसे भगा भगा कर ही मार डाला गया। उन्होंने इसे विभाग की बहुत बड़ी नाकामी बताया बताया व कहा कि इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रशासन के खिलाफ करेंगे रोष प्रदर्शन : डा. मेहरा
पशु प्रेमी एवं एंटी क्राइम एंड एनीमल प्रोटेक्शन एसो. डा. रोहन मेहरा ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि उनके द्वारा पिछली बार कंपनी बाग में भी मारे गए सांभर को लेकर सांसद गुरजीत सिंह औजला और जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया था और उनसे मांग की गई थी कि विभाग को पूरे उपकरण उपलब्ध करवाए जाए लेकिन इस मामले में अभी चाहे कुछ हुआ कि नहीं लेकिन विभाग की दूसरी बार नाकामी सामने आ गई है । उन्होंने कहा कि विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों पर मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अगर प्रशासन ने कोई कदम न उठाया तो वे जल्द ही सहयोग संस्थाओं के साथ मिलकर रोष प्रदर्शन करेंगें।
पहले से घायल अवस्था में था सांभर: जंगलात विभाग
विभाग के ब्लॉक अधिकारी जगतार सिंह का कहना है कि उक्त सांभर पहले से ही घायल अवस्था में वहां पहुंचा था। वे उसे पकड़कर उपचार के लिए ले जाना चाहते थे लेकिन वह उन्हें देखकर डरकर बड़ी तेजी से भागने लगा और पहले से हुए घावों की ताव न सहते हुए गिर पड़ा। उन्होंने माना कि उनके पास उसे काबू करने के लिए रस्सी ही थी लेकिन उन्होंने इस बात से इन्कार किया कि विभाग के पास पूरे उपकरण नहीं है।