रिश्वत मामले में पूर्व मंत्री कालिया की सी.बी.आई. की विशेष अदालत में हुई गवाही

punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2019 - 09:18 AM (IST)

चंडीगढ़(संदीप): 8 वर्ष पुराने रिश्वत मामले में पंजाब के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता मनोरंजन कालिया की सी.बी.आई. की विशेष अदालत में गवाही हुई। गवाही के दौरान सी.बी.आई. की तरफ से उनसे सवाल किया गया कि उनका नाम आरोपियों की कॉल रिकॉर्डिंग में था? इस पर जवाब देते हुए मनोरंजन कालिया ने कहा कि रिश्वत लेने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी, उन्हें नहीं पता था कि उनके नाम पर किसी से रिश्वत मांगी जा रही है। इससे पहले सी.बी.आई. को दिए अपने बयानों में उन्होंने कहा था कि वह राज खुराना को तो जानते थे लेकिन देविंद्र सिंह को नहीं जानते थे। अब मामले में अगली सुनवाई के लिए 26 सितम्बर की तारीख निर्धारित की गई है।

2011 में दर्ज हुआ था केस- 
सी.बी.आई. ने पंजाब ऑटोमोबाइल मैकेनिक्स एसोसिएशन के मैंबर मनप्रीत सिंह की शिकायत पर 4 मई, 2011 को केस दर्ज किया था। सी.बी.आई. को दी शिकायत में मनप्रीत ने बताया था कि एसोसिएशन ने पंजाब के बिशनगढ़ में 14 एकड़ जमीन खरीदी थी। इस जमीन को एसोसिएशन के नाम पर किया जाना था। उन्होंने आरोप लगाया था कि फर्म एंड रजिस्ट्रार ऑफ सोसायटी के अधिकारी देविंद्र सिंह ने बताया कि एसोसिएशन के खिलाफ एक जांच चल रही है जिसमें एसोसिएशन के सभी सदस्यों पर केस दर्ज किया जा सकता है।

इस जांच को बंद करने के लिए देविंद्र सिंह ने 2 करोड़ रुपए की मांग की थी, लेकिन बाद में वह डेढ़ करोड़ रुपए डिमांड करने लगा। आरोप के मुताबिक देविंद्र सिंह ने मनप्रीत सिंह से कहा कि ये काम वे मुख्य संसदीय सचिव राज खुराना के जरिए करवाएंगे। राज खुराना आगे मंत्री मनोरंजन कालिया से बात करेंगे। इस पर मनप्रीत ने राज खुराना और देविंद्र के खिलाफ शिकायत दी।

सी.बी.आई. ने इसके बाद राज खुराना के घर के बाहर ट्रैप लगाया और उसकी गाड़ी की तलाशी ली, जिसमें से 15 लाख रुपए और साइन किए हुए 9 ब्लैंक चैक बरामद किए थे जिसे सी.बी.आई. ने जब्त कर लिया था और राज खुराना को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि केस के कुछ सालों बाद खुराना की मौत हो गई थी। वहीं सी.बी.आई. ने इस मामले में जांच के बाद मनोरंजन कालिया को गवाह बना लिया था।

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Sunita sarangal