पूर्व सांसद शेर सिंह घुबाया की बेटी बनी जज, विधायक आवला ने दी बधाई

punjabkesari.in Tuesday, Dec 22, 2020 - 07:17 PM (IST)

जलालाबाद (सेतिया, टीनूू): ज्यूडिशियल सर्विस दिल्ली द्वारा ली गई परीक्षा के बाद इंटरव्यू कलीयर होने पर यहां के बार्डर पट्टी के गांव घुबाया की निवासी गुरप्रीत कौर ने जज बनकर इलाके का नाम रोशन किया है। यहां बता दें कि गुरप्रीत कौर पूर्व सांसद शेर सिंह घुबाया की बेटी और फाजिल्का के मौजूदा विधायक दविन्दर घुबाया की बहन है। उधर विधायक रमिन्दर आवला ने घुबाया के ग्रह निवास में पहुंच कर पारिवारिक सदस्यों को बधाई दी और उनकी माता का मुंह मीठा करवाया। गौरतलब है कि जलालाबाद हलके से पहले भी लड़कियों ने आईएएस, पीसीएस और जज बन कर इलाके का नाम रोशन किया है। 

उधर जज बनी गुरप्रीत कौर के साथ पंजाब केसरी ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि उसने 12वीं तक की पढ़ाई डीएवी स्कूल जलालाबाद से हासिल की है और इसके बाद उन्होंने बीए एलएलबी पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगढ़ से करके ज्यूडिशियल की परीक्षा दी और जिसके बाद 2020 में दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस को लेकर इंटरव्यू कलीयर की और शुक्रवार को आए नतीजों के बाद उसकी खुशी का टिकाना नही रहा जब उसे इस बात का पता लगा कि वह अब जज बन गई है।

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अपनी सफलता के लिए माता-पिता का अहम योगदान
गुरप्रीत कौर ने बताया कि डीएवी स्कूल जलालाबाद में पढ़ाई के दौरान अध्यापकों द्वारा उन्हें प्रेरित किया गया और उनके मार्ग दर्शन के साथ मैं आगे बढ़ती गई और दूसरे तरफ पढ़ाई के लिए जब भी अपने माता-पिता के सहयोग की जरूरत महसूस हुई तो उन्होंने मेरा सहयोग किया। आज उनकी प्रेरणा और सहयोग स्वरूप मैं जज बनने में कामयाब हुई और मैं विश्वास भी दिलाना चाहती हूं कि जिस पद पर परमात्मा ने पहुंचाया है उस कुर्सी पर बैठ कर इमानदारी और तनदेही के साथ अपनी ड्यूटी निभावांगी। 

उधर पूर्व मैंबर पार्लियामेंट शेर सिंह घुबाया ने कहा कि उनके लिए गर्व की बात है कि उन की बेटी जज बनी है। उन्होंने बताया कि गुरप्रीत कौर हमेशा ही पढ़ाई की तरफ ध्यान देती रही है और उनकी तरफ से जो भी सहयोग मागा गया उसको दिया गया और परिवार के पूरे मैंबर उसकी सफलता को लेकर खुश हैं। 

उधर विधायक रमिन्दर आवला सांसद शेर सिंह घुबाया के ग्रह में पहुंचे जहां उन्होंनेे घुबाया परिवार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बार्डर पट्टी पर बसे घुबाया की बेटी का जज बनना हलके लिए गर्व वाली बात है और जिस ने अपने गांव का नहीं बल्कि क्षेत्र का नाम ऊंचा किया है और भविष्य के में आशा करता हैं कि जिस तरह घुबाया परिवार ने राजनीति में बड़ा योगदान सेवा के लिए समरपिता किया है उसी तरह गुरप्रीत कौर जज की कुर्सी और बैठ कर इमानदारी के साथ अपनी कलम की इस्तेमाल करेेगी और लोगों को इन्साफ देगी। 


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Mohit

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