चाचा जी! मेरी मदद करें, पैसे भेजें, वरना मुझे देश से डिपोर्ट कर देंगे...

punjabkesari.in Thursday, Sep 29, 2022 - 11:30 AM (IST)

चंडीगढ़ः देश से बाहर नौकरी करने वालों, पढ़ने वालों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। प्रदेश में भी अधिकतर परिवार के बच्चे बाहर जाकर पढ़ाई कर रहे हैं और कई वहीं के स्थाई निवासी हो गए हैं। आजकल इसी जानकारी के आधार पर विदेशी रिश्तेदार बनकर साइबर अपराधी खूब चपत लगा रहे हैं। रिश्तेदार या दोस्त दूर होने के कारण चिंता अधिक होती है, जिसका फायदा साइबर ठग उठाते हैं और अक्सर पीड़ित के पास अंतरार्ष्ट्रीय कॉल की सुविधा नहीं होती है और वो हड़बदडाहट में साइबर अपराध में फंस जाता है। 

मैडीकल इमरजैंसी के नाम पर ठगा, 1930 पर कॉल की तो बचे 2.5 लाख
लिस प्रक्क्त ने बताया कि पंक्कूल निवासी प्रेम चंद ने अपनी शिकायत में बताया कि उसका नतीज कनाडा में पढ़ाई कर रहा है। शिकायत अनुसार पीडित की पत्नी के पस 16 सितम्बर को एक अनजान नंबर से एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को उसका नतीज काय और कब कि पार्टी के दौरान उसका किसी से झगड़ा हो गया है। झगड़े में सामने वले को चेट लग गई है और अगर उसका इलाज नही करवया तो पुलिस कार्रवाई की जाएगी। शिकायत अनुसार 3 किस्तों में उसने ठगे को कुल 7.5 लाख रुपए रकम ट्रांसफर की है। पुलिस प्रक्वत ने बताया कि फ्रॉड की जानकारी होने पर प्रेम चंद ने 1930 पर शिकायत दर्ज कार्रवाई जिस पर तुरंत कार्रवाई कर पुलिस ने खाते को फ्रीज कर 25 लाख रिफंड करवाए। 

सोशल मीडिया से लेते हैं रिश्तेदारों की जानकारी, डिपोर्ट होने का दिखाते हैं डर
प्रदेश के इस क्षेत्र में अधिकतर लेगे के रिश्तेवर व बच्चे विदेश में रह रहे हैं और पढ़ाई कर रहे है। साइबर ठग अक्सर फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया से जुड़कर अपने शिकार को ढूंढते है। वहीं से इन्हें जानकारी प्राप्त होती है और उसी आधार पर अपराध को अंजाम दिया जाता है। जैसा कि विदित है, ऐसे ही अन्य एक केस में पंचकूला एक व्यक्ति को साइबर अपराधी ने खुद को विदेश में रहने वला नतीजा बताकर इसी मोडस ऑपरेंडी के तहत 6 लाख की ठगी की थी, जिसमें 1930 पर शिकायत करने के बाद साइबर टीम ने 25 लाख रुपए बचाए थे।

कैथल निवासी को कनाडा से ढंग ने वकील बनकर फोन किया था
एक अन्य मामले में कैथल निवासी साहब सिंह को कनाडा से ठगो ने क्कील बनकर फोन किया था, जिसमें साहब सिंह के रिश्तेवर को पुलिस से लड़ाई होने व डिपोर्ट करने का डर दिखाया था। उक्त केस में साहब सिंह ने ठगों की बातें में आकर एक लाख रुपए भेज दिए थे लेकिन साइबर फ्रॉड समझ आते ही 9.30 पर शिकायत दी गई व साइबर टीम ने उक्त केस में 90,000 रुपए बचने में सफलत हासिल की। ऐसे ही एक अन्य केस में सेनीपत निवासी महिला से वेस्ती के नाम पर करीबन सब वे लाख की ठगी की गई थी जिसकी शिकायत 1930 पर करने के बद 135 लाख रुपए पुलिस द्वारा बचए गए थे।

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Vatika