नहीं रहे आजाद हिन्द फौज के सिपाही वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी डा. बचित्र सिंह

punjabkesari.in Saturday, Aug 18, 2018 - 09:27 AM (IST)

पठानकोट (शारदा, आदित्य,कंवल): आजाद हिन्द फौज के सिपाही रहे वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी डा. बचित्र सिंह का उनके निवास स्थान पर निधन हो गया। 94 वर्षीय डा. बचित्र 1924 में जन्मे थे तथा आज सुबह साढ़े 7 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्होंने नेता जी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिन्द फौज के सिपाही के रूप में जंग-ए-आजादी की लड़ाई लड़ी।

भारत छोड़ो आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिय योगदान दिया। इसके बाद लाहौर में डेढ़ वर्ष तक ब्रिटिश शासन के समय जेल काटी। जंग-ए-आजादी के लिए उनके संघर्ष व लड़ाई को सम्मान तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने 1988 को स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें ताम्र पत्र देकर सम्मानित किया। वह अपने पीछे पत्नी प्रकाशो देवी व 4 बेटों तथा एक बेटी को छोड़ गए हैं। उनकी पार्थिव देह की आज सिविल अस्पताल के सामने स्थित श्मशानघाट में राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई।

यहां राजनीतिक, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के साथ गण्यमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में विधायक अमित विज, एस.डी.एम. अमित महाजन, एस.पी. हैडक्वार्टर रंजीत सिंह, समीर शारदा, राज कुमार काका प्रमुख थे।  विधायक अमित विज ने कहा कि क्षेत्र ने एक और महान स्वतंत्रता सेनानी को खो दिया है। डा. बचित्र के निधन से समाज व क्षेत्र को अपूर्णीय क्षति हुई है। युवा पीढ़ी को उनके स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए योगदान व लड़ी लड़ाई से प्रेरणा लेनी चाहिए व उनके सपनों को पूरा करना चाहिए।

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