PHOTOS: आदमपुर एयरबेस से की Indian Airforce ने पाकिस्तान पर कार्रवाई

punjabkesari.in Tuesday, Feb 26, 2019 - 12:06 PM (IST)

जालंधर। (सूरज ठाकुर) पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद यह बात सामने आ रही है कि यह कार्रवाई भारत ने आदमपुर एयरबेस से की है। आपको बताने जा रहे हैं कि यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा एयरबेस है। पंजाब में यह जालंधर से 21 किलोमीटर की दूरी पर है। 1965 में भारत पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में आदमपुर एयरबेस की अहम भूमिका रही थी। युद्ध में पाकिस्तानी वायुसेना ने आदमपुर सहित हल्वारा व पठानकोट एयरबेस पर पैराशूट से अपने 235 एसएसजी कमांडो उतारे थे। जबकि इनमें से 10 ही कमांडो पाकिस्तान वापिस जा सके थे।स्टेशन पर तैनात हैं रूस निर्मित पचोरी मिसाइलें...
बताते है कि आदमपुर में तैनात मिग 29, हेलिकॉप्टर एमआई 70, एएन 32 गरुड़, जगुआर आदि सैनिक जहाज किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। एयर स्टेशन पर तैनात रूस निर्मित पचोरी मिसाइलें 25 किलोमीटर के दायरे में दुश्मन के किसी भी विमान को स्टीकता से मार गिराने में सक्षम हैं।आदमपुर से पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर सहित उत्तरी भारत को हवाई सुरक्षा कवर दिया जाता है। किसी भी आपात स्थिति में यह मिसाइल 30 सेकेंड में हमले के लिए तैयार होती हैं। एयर डिफेंस कमान दिल्ली से आपात संदेश मिलने के पश्चात 30 सेकेंड में मिसाइलें हमले के लिए तैयार होती हैं।कारगिल युद्ध में निभाई थी विषेश भूमिका...
आदमपुर एयर बेस ने कारगिल युद्ध के दौरान विशेष भूमिका निभाई थी। सैन्य विमानन के इतिहास में यह पहली बार था कि भारतीय वायुसेना द्वारा 32,000 फुट तक की ऊंचाई पर वायु शक्ति का उपयोग किया गया था।वायु सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान 26 मई 1999 को ऑपरेशन ‘सफेद सागर’ शुरू किया था। 27 मई की कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता को बंदी बना लिया।28 मई को एक मिग-17 हेलीकॉप्टर पाकिस्तान द्वारा मार गिराया गया और चार भारतीय फौजी मरे गए। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया। इसके बाद जहां भी पाकिस्तान ने कब्जा किया था वहां बम गिराए गए। इसके अलावा मिग-29 की सहायता से पाकिस्तान के कई ठिकानों पर आर-77 मिसाइलों से हमला किया गया था। करीब 18 हजार फुट की ऊंचाई पर कारगिल में लड़ी गयी, इस जंग में देश ने लगभग 527 से ज्यादा वीर योद्धाओं को खोया था वहीं 1300 से ज्यादा घायल हुए थे।    

Suraj Thakur