गज्जण सिंह पंचत्तव में हुए विलीन, मुख्यमंत्री चन्नी ने दिया अर्थी को कंधा

punjabkesari.in Wednesday, Oct 13, 2021 - 01:52 PM (IST)

 रोपड़ /नूरपुरबेदी (वेब डेस्क): जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सोमवार को आंतकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ दौरान शहीद हुए गज्जण सिंह का मृतक देह आज उनके पैतृक गांव पचरंडा में पहुंच गया था। शव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। आपको बता दें कि  मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने शहीद की अर्थी को कंधा दिया। 

शहीद की शहादत के बारे में पता चलने पर जहां परिवार में शोक की लहर छाई हुई है, तो वहीं पूरे इलाके में उदासी का माहौल बना हुआ है। देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले गज्जण सिंह की शहादत पर उनके परिवार को काफी गर्व भी है। गज्जण सिंह के अंतिम दर्शनों के लिए सैलाब उमड़ा पड़ा है। गज्जण सिंह का थोड़ी देर तक राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।गौरतलब है कि जम्मू -कश्मीर में शहादत का जाम पीने वाले गज्जण सिंह की इसी साल फरवरी में ही शादी हुई थी। गज्जण सिंह शादी के मौके पर अपनी बारात ट्रैक्टर पर लेकर गए थे। शहीद गज्जण सिंह की हमसफर की अभी शगुनों की मेहंदी भी नहीं सूखी थी कि परिवार को गज्जण सिंह की शहादत की खबर मिल गई। 

शहीद गज्जण सिंह ने सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल झज्ज से 12वीं तक शिक्षा हासिल की थी और शिवालिक कॉलेज नंगल में बी. ए. में दाख़िला लेने से कुछ समय बाद ही  सेना में भर्ती होने के कारण अपनी पढ़ाई बीच ही छोड़ दी । गांव के एक और अध्यापक रजिंदर कुमार विष्णु ने बताया कि वे कबड्डी के होनहार खिलाड़ी थे और बहुत ही शांत और सामाजिेक स्वभाव के मालिक थे। चार भाइयों में से सबसे छोटा था सैनिक गज्जण सिंह। गांववासियों को उनकी शहादत पर मान है।    

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Content Writer

Sunita sarangal