उत्तरी भारत का खतरनाक गैंगस्टर अक्षय पहलवान गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Jun 10, 2019 - 06:34 PM (IST)

रूपनगर (विजय): जिला पुलिस रूपनगर ने 15 कत्ल के मामलों तथा 20 हाइवे डकैती के मामलों में वांछित उत्तर भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर अक्षय पहलवान उर्फ काली को गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे में से तीन पिस्तौलें तथा गोला बारूद बरामद हुआ है। यह गैंगस्टर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान की पुलिस के लिए वांछित था। इस पर करीब हरियाणा सरकार ने इस पर चार लाख रुपये का ईनाम एवं राजस्थान पुलिस ने ईनाम रखा हुआ था। लगभग पांच करोड़ की फिरौतियों में भी यह आरोपी वांछित था।

15 वर्ष की आयु में किया था पहला कत्ल
जिला पुलिस प्रमुख स्वप्न शर्मा ने प्रेस कांफ्रैंस में बताया कि अक्षय पहलवान ने 15 वर्ष की आयु में पहला कत्ल किया था तथा अब उसकी मात्र 19 वर्ष की है तथा उसका उत्तर भारत के कई गैंगस्टरों के साथ तालमेल है। यह सुपारी किंलिंग का व्यवसाय करता था। इसने पिछले चार साल के दौरान पंजाब के करोड़ की फिरौतियां प्राप्त की थीं। इसने एक व्यक्ति को जिम में गोलियों से मारा था जबकि दो अन्य व्यक्तियों को भरी अदालत में जज के सामने गोलियों से उड़ा दिया था। यह गैंगस्टर खतरनाक किस्म का आतंकवादी था। इसके दिल में किसी के लिए कोई रहम नहीं था। उन्होंने बताया कि यह सोनीपत जिले में एक व्यक्ति को मारने की फिराक में था। जिसके पास से एक करोड़ की फिरौती मांगी थी। उन्होंने बताया कि एक सूचना के आधार पर इसको नूरपुर बेदी के एक गांव में खेतों में से एक मुकाबले के बाद पकड़ा गया। इसके द्वारा पुलिस पर 6-7 फायर किए गए जबकि पुलिस ने इस पर तीन-चार फायर किए तथा पुलिस ने इसको चारों तरफ से घेर लिया। इस दौरान कोई व्यक्ति जख्मी नहीं हुआ। जानकार सूत्रों का कहना है कि हरियाणा पुलिस ने इसे गिरफ्तार करो या गोली मारने के आदेश जारी किए थे। जिसके बाद यह जिला रूपनगर के नूरपुर बेदी क्षेत्र में छुप गया था।

पिछले दो सालों में लोरेंस बिश्नोई को साथ जुड़ा हुआ है अक्षय
यह आरोपी सितम्बर 2015 में 18 महीनों के लिए सोनीपत (हरियाणा) में तीन भयानक हत्याओं के मामलों में जेल गया था। एक नाबालिग होने के कारण, यह 2017 से जमानत पर था। जेल से बाहर आने पर यह दिल्ली स्थित सोनीपत के राजू बिसोदी नामक गैंगस्टर से जुड़ गया। यहां 3 कत्ल, लूट तथा फिरौती के मामलों में शामिल था। यह हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पशु तस्करी का संगठित रैकेट चलाता था। पिछले दो सालों में यह लोरेंस बिश्नोई (जेल में बंद गैंगस्टर) से भी जुड़ा रहा। इस गिरोह के मैंबरों के साथ इसने 4 कत्ल तथा 6 हाइवे डकैतियां कीं। मार्च 2017 में जेल में से रिहा होने के बाद इसने 10 हाइवे डकैतियां कीं तथा लगभग 50 लाख रुपये लूट लिए। सितम्बर 2015 में इसने कुंडली, सोनीपत में भीड़ भरी मार्कीट में पिता व पुत्र को शूट किया था। अपने गिरोह के मैंबरों के साथ इसने जनवरी 2018 में जेएमआईसी राजगढ़, चुरु (राजस्थान) की कोर्ट में 2 व्यक्तियों को शूट किया। बाद में जून 2018 में जोर्डन (विरोधी गैंग मैंबर) को हनुमानगढ़ (राजस्थान) में एक जिम में गोली मारी थी। इस गिरोह के सोशल मीडिया अकाउंट्स को कनाडा में बैठे इनके पूर्व सहयोगी द्वारा चलाया जा रहा है। 

जांच के दौरान पता लगा है कि इनके कई साथी फर्जी पासपोर्ट तथा दस्तावेजों की मदद से देश छोड़ कर चले गए हैं। सभी हत्याओं के मामले में इंटर गैंग दुश्मनी अथवा सुपारी के मामलों से संबंधित थे। एसएसपी स्वप्न शर्मा ने बताया कि मनोविज्ञान विषलेशण व तथ्यों के आधार पर पता लगा है कि यह हत्या करने तथा अधिक से अधिक गोलियां मारने में फख्र महसूस करते हैं। पुरानी दुश्मनी के चलते अक्षय सोनीपत में एक व्यक्ति को मारने की योजना बना रहा था। इसने हत्या करने के लिए पहले ही रेकी कर ली थी। यह रूपनगर जिले के नूरपुर बेदी क्षेत्र में हथियार व लोजीस्टिक सहायता का प्रबंध करने के लिए कहा था। इसके कब्जे से 32 बोर के तीन पिस्तौल तथा गोली सिक्का बरामद किया गया है। पिछले 10 महीनों में रूपनगर पुलिस ने 9 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है। इनमें खन्ना, फतेहगढ़ साहिब, तरनतारन, नंदेड़ (महाराष्ट्र) के खास गैंगस्टर तथा शार्प शूटर शामिल हैं।

इस मौके पर डीएसपी आनंदपुर साहिब चंद सिंह, सीआईए स्टाफ-2 के इंस्पैक्टर अमरबीर सिंह, सीआईए स्टाफ-1 के इंस्पैक्टर दीपइंद्र सिंह, नूरपुर बेदी थाना एसएचओ राजीव कुमार, आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

Mohit