सैक्टर-38 में गर्लफ्रैंड के साथ रह रहा था गैंगस्टर दिलप्रीत, अंधेरे में आता था

punjabkesari.in Tuesday, Jul 10, 2018 - 10:42 AM (IST)

चंडीगढ़(सुशील): जिस गैंगस्टर को कई राज्यों की पुलिस दो वर्षों से ढूंढ रही थी वह चंडीगढ़ पुलिस की नाक तले ही रह रहा था। दिलप्रीत सैक्टर-38 सी के मकान नंबर 2567 में रुपिंदर नामक महिला के साथ रह रहा था जिसके दो बच्चे भी हैं। यहां रह रहे बच्चे सैक्टर-40 के स्कूल में पढ़ रहे हैं।

पड़ोसी महिला ने बताया कि एक क्लीन शेव व्यक्ति अक्सर यहां आता था जिसे रुपिंदर अपना पति बताया करती थी लेकिन वह व्यक्ति कभी दिन के उजाले में नहीं दिखाई दिया। रुपिंदर व दोनों बच्चों को सिविल ड्रैस में आई पुलिस टीम दोपहर को दो घंटे घर के भीतर सर्च करने के बाद साथ ले गई। पड़ोसियों के अनुसार महिला 6 माह पहले यहां आई थी और खुद का वेट लूज करने की दवा का बिजनैस बताती थी। पुलिस को सर्च के दौरान घर के भीतर से आपत्तिजनक सामग्री मिली है। घर किसका है, यह पता लगाया जा रहा है, जिसे पुलिस ने सरकारी ताला लगा दिया है।

पहले ही घात लगाए हुई थी पुलिस
दिलप्रीत निर्धारित समय पर भेस बदलकर स्मैक की डिलीवरी लेने खुद सैक्टर-43 आया था, जहां पहले ही पुलिस घात लगाए हुए थी। दिलप्रीत ड्रग तस्कर को दिए नंबर वाली कार में जैसे ही वहां पहुंचा, पुलिस ने चारों तरफ से उसे घेर लिया। दिलप्रीत ने कार से बाहर निकलकर पास के जंगल में भागने की कोशिश की लेकिन ऐन वक्त पर चंडीगढ़ पुलिस के इंस्पैक्टर अमनजोत ने अपनी फॉच्र्यूनर कार से उसकी कार को ड्राइवर साइड से टक्कर मार दी। जब तक वह संभलता, डी.एस.पी. राकेश यादव ने गोली चला दी जो उसकी जांघ के आर-पार हो गई और वह वहीं गिर पड़ा। 

महाराष्ट्र में भी किए थे दो मर्डर 
दिलप्रीत ने महाराष्ट्र में भी सुपारी लेकर दो मर्डर किए थे। वहां भी उसके खिलाफ हत्या व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा दिलप्रीत ने अपने गैंग के साथ मिलकर रोपड़ में भी मल पहलवान व एक अन्य की सरेराह हत्या कर दी थी। सूत्रों के अनुसार दिलप्रीत व उसके साथियों के खिलाफ हत्या के 9 मामले दर्ज हैं। ब्लैकमेलिंग व रंगदारी के भी दर्जन भर मामले दर्ज हैं।  

 

एडवांस ट्रॉमा सैंटर में भर्ती
गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह को पी.जी.आई. के एडवांस ट्रॉमा सैंटर में भर्ती कराया गया। डाक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार देर शाम करीब 5 बजे उसको आप्रेशन के लिए ट्रॉमा सैंटर के ओ.टी. में ले जाया गया। आर्थोपेडिक डिपार्टमैंट की टीम आप्रेशन में जुटी है। डाक्टरों ने यह भी बताया कि गोली जांघ के आरपार हो गई। दिलप्रीत चोट के बावजूद बातचीत कर रहा है।

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