हग डे स्पैशल: ‘पहली नजर में कैसा जादू कर दिया, तेरा बन बैठा है मेरा जिया’

punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2020 - 09:18 AM (IST)

जालंधर(शीतल): ‘पहली नजर में कैसा जादू कर दिया, तेरा बन बैठा है मेरा जिया, जाने क्या होगा क्या होगा क्या पता, इस पल को मिलके आ जी ले जरा’ वैलेंटाइन डे के छठे दिन को ‘हग डे’ के रूप में मनाने को लेकर युवाओं में खासा उत्साह है। रोता हुआ बच्चा जब मां के गले लगता है तो मानो जैसे दुनिया जहान की परेशानियां छूमंतर हो जाती हैं।

प्यार से गले लगाना यानी आलिंगन करना एक बेहद ही सुखद अहसास होता है, जिसमें दिल की गहराई से मन को सुकून महसूस होता है। खास बात है कि वैलेंटाइन वीक में इस खास दिन के होने पर इसे प्रेमी-प्रेमिका के प्यार से जोड़ा जाता है जबकि आम जिंदगी में आलिंगन करना स्वाभाविक-सी बात है। 

बिन बोले अहसास कराएं प्यार का
हग करना वैसे तो एक आम-सी आदत होती है। जब हम अपने किसी खास दोस्त या रिश्तेदार को काफी देर बाद मिलें तो गले लग कर ही मिलते हैं। वैलेंटाइन वीक के दौरान मनाए जाने वाले इस दिन को युवा केवल प्रेमी-प्रेमिका के प्यार के आलिंगन तक ही देखते हैं जबकि अपने प्यार, आदर को गले लगकर प्रदर्शित करना आम है।

बच्चों को गले लगाएं, आत्मविश्वास बढ़ाएं
जनरल आफ एपिडेमोलॉजी एंड कम्युनिटी हैल्थ के अनुसार बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए गले लगाने से उनका मानसिक और शारीरिक विकास आसानी से होता है। मां-बाप बच्चों को प्यार में गले लगाते हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। बच्चे कोई गलती करें तो अभिभावक उनको गलती का अहसास करवा कर गले लगाएं। गले लगने से शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है और दिल के रोगों का रिस्क भी कम हो जाता है।

जादू की झप्पी करें टैंशन फ्री
‘हग डे’ पर हग करना टच थैरेपी का ही हिस्सा है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुई शोध के अनुसार गले लगने से शरीर में ऑक्सीटॉसिन व सेरोटोनिन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे तनाव कम होता है। शरीर में होने वाले कई प्रकार के दर्दों में भी आराम मिलता है। वैलेंटाइन वीक के कुछ दिन तो इतने खास हैं कि वह आम जिंदगी की टैंशन को दूर भगाने के लिए बहुत उपयोगी हैं। एक मां जब अपने बच्चे को गले लगा कर प्यार करती है तो बच्चा अपने को सबसे सुरक्षित महसूस करता है। रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए कभी-कभी एक-दूसरे को गले लगाना चाहिए।

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Sunita sarangal