घग्गर ने मचाई तबाही, कैप्टन ने केंद्र सरकार से की ये अपील

punjabkesari.in Tuesday, Jul 23, 2019 - 06:31 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घग्गर नदी का नियंत्रण केंद्रीय जल आयोग (सी.डब्ल्यू.सी.) के पास चले जाने के लिए अकालियों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि नदी के बांधों को मजबूत बनाने को लेकर दबाव डालने के लिए केंद्रीय मंत्रियों और अधिकारियों से मिलेंगे। ज्ञातव्य है कि घग्गर नदी में गत वीरवार को पड़ी दरार के कारण संगरूर और पटियाला जिले के गांवों में बर्बादी मचाई। इसके अलावा हरियाणा में भी इस नदी ने खूब नुकसान किया। 

वर्ष 1966 में अकालियों की ओर से पंजाब का विभाजन कराने के कारण पंजाब की घग्गर नदी सी.डब्ल्यू.सी के हाथों में चले जाने और इसके किनारों की मजबूती सम्बन्धी कंट्रोल राज्य के पास से छिन जाने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने आज यहां कहा कि उनकी तरफ से अपने पिछले कार्यकाल के दौरान नदी के तटबंधों को मजबूत बनाने के कार्यों को भी अकालियों ने अपने कार्यकाल के दौरान बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कार्यकाल के दौरान उनकी सरकार ने 22 किलोमीटर तक बांध मजबूत बनाने का काम किया था। इसके बाद पिछली अकाली दल-भाजपा सरकार ने यह सारा काम रोक दिया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को हल करने के लिए हरियाणा को भी पंजाब के साथ आना चाहिए। पंजाब और हरियाणा दोनों में ही घग्गर के बांधों को मजबूत किए जाने की जरूरत है जिससे बार-बार आने वाली बाढ़ों और इनसे होने वाले नुकसान से बचा जा सके। 

छह साल पहले पंजाब की तरफ से घग्गर के बांधों को दुरुस्त करने के लिए सी.डबल्यू.सी. के समक्ष पेश किए प्रस्ताव का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.डबल्यू.सी. ने मार्च, 2019 में सैंट्रल वॉटर एंड पावर रिसर्च स्टेशन पुणे जैसी स्वतंत्र एजेंसी से अपेक्षित अध्ययन करवाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि वह भारत सरकार से आग्रह कहेंगे कि मकरोड़ साहिब से करैल (17.5 किलोमीटर) तक प्रोजैक्ट के दूसरे पड़ाव का कार्य पंजाब को करने की अनुमति देने की सी.डबल्यू.सी. को निर्देश दें। 


 

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