श्री अकाल तख्त साहिब के नेतृत्व में बनेगा सिख हैरिटेज कमीशन : ज्ञानी हरप्रीत सिंह

punjabkesari.in Sunday, Apr 07, 2019 - 12:51 PM (IST)

अमृतसर (अनजान):अलग-अलग धार्मिक और राजनीतिक जत्थेबंदी ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ मुलाकात करके मांग की है कि कारसेवा की आड़ में सिख कौम के किए जा रहे ऐतिहासिक उजाड़े को रोकने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सिख हैरिटेज कमीशन बनाया जाए, जिसे जत्थेदार ने मान लिया है।

हैरिटेज कमीशन की मांग करने के लिए आज नौजवान सिख संस्था अलायंस ऑफ सिख ऑर्गेनाइजेशन, दरबार-ऐ-खालसा के भाई हरजिन्द्र सिंह माझी, एड. हरविन्द्र सिंह फूलका और शिरोमणि अकाली दल टकसाली के जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, सेवा सिंह सेखवां भी अकाल तख्त साहिब के सचिवालय पहुंचे। जत्थेदार हरप्रीत सिंह को मांगपत्र सौंपते हुए उन्होंने बताया कि पिछले 50 साल से अलग अलग कारसेवा के नाम पर संप्रदायों ने सिख कौम के ऐतिहासिक सरमाए को नुक्सान पहुंचाया गया है। पूरी दुनिया की सरकारें और कौमें अपने इतिहास को बचाकर रखतीं ने और बहुत सी कौमों और देशों ने अपनी हजारों साल पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को अब तक संभाल कर रखा हुआ है परन्तु हमारी अपने ही हमारे इतिहास को उजाडऩे पर लगे हुए हैं।


गुरुद्वारा साहिब तरनतारन की दर्शनी ड्योढ़ी को तोड़े 
जाने के बाद इन जत्थेबंदियों ने सिख हैरिटेज कमीशन के गठन का सुझाव दिया। यह कमीशन सीधे तौर पर श्री अकाल तख्त साहिब के अधीन होगा। इसमें विश्व स्तरीय पुरातत्व तकनीकी माहिर, सिख इतिहासकार और इस विषय पर लम्बे समय से काम करते आ रहे पंथक नुमाइंदे और शिरोमणि कमेटी का भी एक प्रतिनिधि शामिल किया जाए और पंजाब से बाहर इस कमीशन के नीचे सब-कमेटियां बनाई जाएं जिनका गठन कमीशन के साथ विचार-विमर्श करके किया जाए और इन सब-कमेटियों में भी पंजाब से बाहर के स्थानीय सिख इतिहासकार, लेखक और इस क्षेत्र के साथ संबंधित व्यक्तियों को ही प्रतिनिधित्व दिया जाए। शिरोमणि अकाली दल टकसाली ने मांग की कि दर्शनी ड्योढ़ी तोडऩे के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए अकाल तख्त साहिब पर उन्हें तलब किया जाए और पंथ से निष्कासित किया जाए।

पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि दर्शनी ड्योढ़ी तोडऩे के मामले की जांच के लिए एक कमेटी अकाल तख्त साहिब द्वारा भी गठित की जा रही है। अकाल तख्त साहिब के पास पहुंचे सुझावों की रोशनी में सिख विरासती इमारतों की संभाल के लिए सिख हैरिटेज कमीशन का गठन किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में कुछ कमेटी अधिकारियों की कार्यशैली पर भी उंगलियां उठाई गई हैं। एक महीने के अंदर सारा मामला साफ हो जाएगा। दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा।

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