मीजल-रूबेला से 7 वर्षीय बच्ची की मौत

punjabkesari.in Sunday, May 06, 2018 - 08:12 AM (IST)

बठिंडा (बलविंद्र): भले ही विशेषज्ञ डाक्टरों अनुसार मीजल-रूबेला टीके से बच्चों को किसी तरह की कोई खतरा नहीं है लेकिन गांव जय सिंह वाला में एक बच्ची की मौत हो गई जिसको एक दिन पहले उक्त टीका लगाया था। संभावना है कि बच्ची की मौत का कारण टीका नहीं, बल्कि कुछ और हो सकता है।

जानकारी अनुसार गांव जय सिंह वाला के एक किसान परिवार की 7 वर्षीय बेटी आदर्श स्कूल बठिंडा में पढ़ती थी। कल उसको मीजल-रूबेला का टीका स्कूल में ही लगाया था। वह कल थोड़ा बीमार हुई और फिर ठीक हो गई। आज सुबह वह तैयार होकर स्कूल पहुंची। छुट्टी होने के बाद भी लड़की स्कूल वैन तक न पहुंची तो वैन चालक उसको लेने के लिए क्लास रूम में पहुंच गया जहां वह बेहोशी की हालत में पड़ी थी। वह उसे घर ले आया। परिवार के सदस्य उसे बठिंडा के एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए जहां डाक्टरों ने उसेे मृतक करार दे दिया।

लड़की के अभिभावकों का कहना है कि वह किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करवाना चाहते। अब सवाल यह है कि अगर लड़की स्कूल में बेहोश पड़ी थी तो स्कूल प्रबंधन ने उसके इलाज के लिए कोई यत्न क्यों नहीं किया। अगर उसको स्कूल से ही किसी अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती। हो सकता है कि बच्ची की मौत टीके से नहीं, बल्कि किसी अन्य कारण से हुई हो, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने इस तरफ कोई ध्यान क्यों नहीं दिया। इसके अलावा विनोद शर्मा निवासी माता रानी गली बठिंडा ने बताया कि उसकी छोटी बच्ची को भी कल मीजल-रूबेला का टीका लगाया गया था, उसकी तबीयत भी खराब हो गई। आज उसेे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जिसके बाद उसको फरीदकोट अस्पताल भेज दिया गया। इसके अलावा एक अन्य बच्ची भी बीमार बताई जा रही है, जो सिविल अस्पताल में दाखिल है। इस संबंधी ए.डी.सी. साक्षी साहनी व सी.एम.ओ. डा. एच.एन. सिंह का कहना है कि मामला ध्यान में आ गया है, जिसकी जांच शुरू कर दी गई है। मौत का कारण कुछ और हो सकता है, क्योंकि उक्त टीके का ऐसा कोई प्रभाव नहीं है। 

एक प्राइवेट स्कूल ने किया टीकाकरण कराने से स्पष्ट इंकार
गोनियाना के निकट एक प्राइवेट स्कूल ने आज मीजल-रूबेला टीकाकरण कराने से स्पष्ट इंकार कर दिया। आज सरकारी अस्पताल गोनियाना मंडी के आर.एम.ओ. अपनी टीम के साथ टीकाकरण के उद्देश्य से उक्त प्राइवेट अस्पताल में पहुंचे जहां टीकाकरण के लिए जागरूकता समारोह रखा गया था परन्तु स्कूल प्रबंधन ने ऐसा नहीं होने दिया। ए.डी.सी. साक्षी साहनी द्वारा फोन भी किया गया परन्तु स्कूल प्रबंधन नहीं माना। इसकी पुष्टि करते ए.डी.सी. ने बताया कि उक्त स्कूल के खिलाफ शिकायत मिली है, इसलिए स्कूल प्रबंधकों को बुलाया गया है ताकि काऊंसङ्क्षलग की जा सके। संभावना है कि वह टीकाकरण के महत्व को समझते हुए पूर्ण सहयोग देंगे।
 

Anjna