युवती ने विदेश जाने वाले युवाओं को बनाया निशाना, ‘बॉस’ के ‘क्रैडिट कार्ड’ पर कनाडा में किए लाखों खर्

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2019 - 03:38 PM (IST)

अमृतसर(सफर): यह एक ऐसी युवती की कहानी है जो फगवाड़ा से नौकरी की तलाश में 2017 में अमृतसर पहुंची। अमृतसर के रंजीत एवेन्यू बी ब्लाक स्थित ‘कैंब्रिज इंटरनैशनल एकैडमी’ में 10 हजार प्रतिमाह की नौकरी शुरू की। जल्द ही अपने बेहतरीन काम से तरक्की पाकर ब्रांच मैनेजर बन गई। वेतन भी बढ़ गया। एकैडमी चलाने की आड़ में युवती विदेश जाने वाले विद्यार्थियों को निशाना बनाने लगी। उनकी ‘टैस्ट बुक’ फीस अपने अकाऊंट नंबरों पर लेने लगी। यहां तक की बैंक अधिकारी से मिलीभगत करके विदेश जाने के लिए अकाऊंट में ‘फंड’ के फर्जी पेपर तैयार करके विदेश जाने वालों को ठगी का शिकार बनाने लगी। 

‘बॉस’ के क्रैडिट कार्ड से कनाडा के कई होटलों में की लाखों की ई-पेमैंट 
हद तो तब हो गई जब उसने ‘बॉस’ के क्रैडिट कार्ड से ही कनाडा के कई होटलों में लाखों रुपयों की ई-पेमैंट कर दी। ‘बॉस’ को सच्चाई पता लगी तो उसने 30 नवंबर 2018 को क्रमांक नंबर (7039-सी.-ओ.-पी.) के तहत शिकायत की। पुलिस कमिश्रर के आदेशों पर की गई जांच के बाद थाना रंजीत एवेन्यू में युवती ईशा ढींगरा व और उसके सहयोगी अमरजीत सिंह के खिलाफ 6 जून 2019 को एफ.आई.आर. नंबर 79 के तहत 420 व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जांच ई.ओ. विंग-2 के ए.एस.आई. इन्द्रजीत सिंह को सौंपी गई है। 

मैंने कोई ‘फ्रॉड’ नहीं किया, एफ.आई.आर. की जानकारी नहीं : ईशा ढींगरा  
ईशा ढींगरा निवासी 163, गली नंबर 2, खलवाड़ा गेट फगवाड़ा की रहने वाली है। ‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करते हुए ईशा ढींगरा ने कहा कि मैंने कोई ‘फ्रॉड’ नहीं किया है। सब साजिश है। मैंने धोखाधड़ी की होती तो मैं फोन पर बात न कर रही होती। मुझे कोई मैसेज नहीं मिला है और न ही मुझे जानकारी है कि मेरे खिलाफ एफ.आई.आर. क्यों दर्ज की गई है। कनाडा में होटल पर पैसा खर्च करने की भी मुझे जानकारी नहीं है।

कांग्रेसी नेता बोले-मंैने तो मदद की थी, ईशा कहां है मैं नहीं जानता 
पुलिस कमिश्रर एस.एस. श्रीवास्तव को दी गई शिकायत में जगदीप सिंह ने एक फोन नंबर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस नंबर से उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। इस नंबर से उन्हें बताया गया है कि यह नंबर पंजाब कांग्रेस के सैक्रेटरी का है। ईशा का नैटवर्क कनाडा और पंजाब दोनों में है। उधर, ‘पंजाब केसरी’ ने इस नंबर पर फोन किया तो बात करने वाले ने अपना नाम निखिल बताया और कहा कि उन्हें केस के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन थोड़ी देर बातों ही बातों में कहा कि ईशा की उन्होंने मदद की थी, वह नहीं जानता कि वह पंजाब में है या विदेश में। थोड़ी देर बाद उसी फोन नंबर पर फोन आया, जिसने बताया कि वह निखिल सूरी का गनमैन बोल रहा है, बताओ क्या काम है। जब बताया गया कि बात हो गई तो फोन कट कर दिया गया। 

कनाडा में दोस्तों के साथ मिलकर चला रही है फर्जी रैकेट: जगदीप सिंह 
जगदीप सिंह निवासी एस.सी.ओ.-6, बी ब्लाक रंजीत एवेन्यू में कैंब्रिज इंटरनैशनल एकैडमी चलाते हैं। पुलिस कमिश्रर को उन्होंने 26 नवम्बर 2018 को शिकायत की थी कि ईशा ढींगरा ने उनके पास एडमिशन हैड-कम-काऊंसलर करीब 1 साल काम किया। उसका वेतन 10 हजार था लेकिन बेहतर काम के चलते बढ़ाकर 12 हजार कर दिया गया। मेरा व मेरी मां रमेश कौर का ज्वाइंट एच.डी.एफ.सी. बैंक से क्रैडिट कार्ड है, जिसका इस्तेमाल विदेश जाने वाले विद्यार्थियों के दाखिले के लिए प्रयोग करता था। मुझे पता चला कि मेरे क्रैडिट कार्ड से कनाडा के अलग-अलग होटलों में करीब 1 लाख 30 हजार से अधिक बिल दिए गए हैं। मैंने ई-मेल से इसकी जानकारी व शिकायत बैंक को की। 

उधर, 12 हजार की नौकरी करने वाली ईशा के महंगे कपड़ों व रोजाना 500 से लेकर 1000 तक का खर्चा, पॉश इलाके में किराए के मकान में रहना कई कहानियों को जन्म दे रहा था। जगदीप सिंह का कहना है कि वह कनाडा में दोस्तों से मिलकर फर्जी रैकेट चला रही है। इसी बीच एकैडमी में आने वाले विद्याॢथयों ने बताया कि ईशा ने उनसे आफिस के बाहर या फिर अपने अकाऊंट में पैसे जमा करवाए हैं, जिसका सबूत ईशा के बैंक अकाऊंट की डिटेल से मिल गया। ईशा जहां ‘टैस्ट बुक’ की फीस प्रति स्टूडैंट करीब 1400 रुपए कमीशन के पिछले कई महीनों से डकार रही थी। यही नहीं बैंक में फंड शो करने के लिए उसने एक बैंक अधिकारी से मिलकर जाली दस्तावेज तैयार करवाए। इसका खुलासा भी हो गया। ईशा ने माना कि उसने 2 लाख 20 हजार की धोखाधड़ी की है, लेकिन उन्हें अंदेशा है कि यह रकम 20 से 25 लाख रुपयों तक हो सकती है।

Vaneet