पंजाबियों की शादियों पर चढ़ने लगा पश्चिमी रंग,लड़कियां परोस रहीं शराब

punjabkesari.in Thursday, May 24, 2018 - 04:05 PM (IST)

जलालाबाद (गोयल): पंजाब व पंजाबियत को शायद पश्चिम की हवा लग गई। शायद यहीं कारण है कि पंजाबियों की शादी भी अब पश्चिम के रंग में रंगी दिखने लगी है। पंजाबियों की शादियों में अब लड़कियां स्टेज से उतरकर लोगों के बीच आ गई हैं। पहले लड़कियां केवल स्टेज पर नाचकर लोगों का मनोरंजन करती थीं लेकिन अब नए रुझान के तहत लड़कियां विवाह में शामिल लोगों को शराब भी परोसने लगी हैं। 


लगातार बढ़ा रुझान
यह लड़कियां न केवल गिलासों में शराब डालकर देने वाले बार टैंडर का काम करती हैं बल्कि लोगों के टेबलों तक जाकर उन्हें शराब के गिलास भी सर्व कर रही हैं। इन दिनों यह रुझान बड़े आयोजनों में देखा जा रहा है लेकिन जल्द ही इसके आम होने के आसार हैं। अब देखना यह है कि पंजाबी इस गलत रुझान को रोकने के लिए कोई कदम उठाते हैं या इसे और उत्साहित करते हैं। 


अब विरोध क्यों नहीं?
कुछ साल पहले मैरिज पैलेसों में वैस्टर्न या छोटे कपड़ों में डांस करने का रुझान तेजी से बढ़ा था जिस कारण उसका विरोध होने लगा। विरोध को देखते हुए पंजाब में कई सभ्याचारक ग्रुप पैदा हुए जिनमें लड़कियां पंजाबी सूट या पूरे कपड़े पहनकर नाचने लगीं लेकिन अब लड़कियों द्वारा शराब परोसने के शुरू हुए रुझान का कोई विरोध नहीं कर रहा। बेशक यह रुझान पंजाबी सभ्याचार के विरुद्ध है व पंजाब की अमीर विरासत को नुक्सान पहुंचा रहा है लेकिन इसके विरोध में अभी तक कोई आवाज नहीं उठाई गई। 


लड़कियों का मेहनताना भी अधिक 
एकत्रित जानकारी के अनुसार शादियों में शराब परोसने वाली उक्त लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त होती हैं व अधिकांश तौर पर इंग्लिश में बात करती हैं। पंजाब विशेषकर मालवा इलाके में इस प्रकार का कोई सर्विस प्रोवाइडर नहीं है जिस कारण शादियों पर अधिक पैसा खर्च करने वाले लोग इन लड़कियों को चंडीगढ़ या दिल्ली आदि से विशेष तौर पर मंगवाते हैं। इनका मेहनताना भी लड़कों के मुकाबले अधिक होता है। लड़कियां शराब परोसने के काम का 2500-3000 रुपए तक लेती हैं। इसके साथ ही जो लड़कियां मॉकटेल आदि बनाने के लिए आती हैं उनका मेहनताना इससे कहीं अधिक होता है। बड़ी शादियों में यह रुझान तेजी से बढ़ रहा है। 


लड़कियों के कारण होते हैं विवाद 
उल्लेखनीय है कि पंजाब में तो अधिकांश शादियों में शराब के कारण हंगामे होते रहते हैं। ऐसे में अगर शराब परोसने का काम लड़कियों से करवाया जाता है तो विवाद होने की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। शराबी हालत में युवक या विवाह में शामिल रिश्तेदार गोलीबारी तक कर देते हैं जबकि लड़कियों को देखकर इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि भी दर्ज हो सकती है। शराबी हालत में कोई व्यक्ति इन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ कर सकता है जिस कारण शादी में हंगामा हो सकता है व शादी समारोह में खलल पड़ने से संबंधित लोगों या परिवारों को भी दिक्कतें आ सकती हैं। 

 

शादियों में माहौल खराब होने का डर
इस संबंध में वैडिंग प्लानरों की मानें तो उनका कहना है कि शादियों में बारात का वैल्कम आदि लड़कियों से करवाया जा सकता है लेकिन शराब परोसने के लिए लड़कियों को इस्तेमाल करना सही नहीं है। उन्होंने बताया कि इससे न केवल हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचता है बल्कि शादियों में माहौल खराब होने का डर भी बना रहता

 

शराब परोसने का रुझान निंदनीय
सीनियर एडवोकेट जी.के जिंदल का कहना है कि विवाह-शादियों में लड़कियों द्वारा शराब परोसने का रुझान निंदनीय है। यह न केवल हमारी संस्कृति के विरुद्ध है बल्कि इससे महिलाओं का भी अपमान होता है। इस प्रकार के रुझान को रोकने की जरूरत है।’


गलत रुझान से बचें पंजाबी
सीनियर सिटीजन गुरबख्श सिंह खुराना कहते हैं पंजाब वासियों को इस प्रकार के गलत रुझान से बचना चाहिए। विवाह-शादियों में शराब परोसना वैसे ही गलत रुझान है। लेकिन लड़कियों से इस प्रकार शराब परोसने का काम लेना पंजाबी सभ्याचार के विपरीत है।’

 

समाज के लिए घातक परम्परा
सिटीजन वैलफेयर सोसायटी के प्रैस सचिव बिट्टू डूमड़ा ने कहा कि खोखली शान दिखाने के लिए कुछ पैसे वाले लोग शादियों में शराब परोसने का काम लड़कियों से करवाते हैं जो हमारे समाज के लिए एक घातक है। सरकार को चाहिए कि इस प्रकार की गतिविधियों पर अंकुश लगाए।’

 

खुलकर हो विरोध
इस संबंधी महिला चरणजीत कौर का कहना है कि लड़कियां व नारी वर्ग हमारे समाज के लिये सम्मानीय है। उनसे ऐसा कार्य नहीं करवाना चाहिए। यह पंजाब व पंजाबियत का खिलाफ है और किसी भी व्यक्ति को अपनी संस्कृति के खिलाफ ऐसा काम नहीं करना चाहिए। इस चीज का खुलकर विरोध होना चाहिए। 
 

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