GNDU PHD का ऑनलाइन वाइवा शुरू करने वाली बनी पहली युनिवर्सिटी

punjabkesari.in Thursday, Jul 02, 2020 - 12:05 PM (IST)

अमृतसर(ममता): गुरु नानक देव विश्वविद्यालय पी.एच.डी का आनलाईन वाइव लेने वाली प्रथम युनिवर्सिटी बन गई है। जीएनडीयू द्वारा यह प्रक्रिया 2018 से प्रारंभ कर दी गई थी और अब इसे और सुचारू बनाने के लिए तकनीकी रूप से भी तैयारी कर ली गई है। उल्लेखनीय है कि कोविड -19 महामारी के मौजूदा हालातों में, हाल ही में यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यू.जी.सी.) ने मार्च महीने में निर्देश जारी किए थे कि डॉक्टरेट डिग्रियों के वाइवे ऑन लाइन करवाए जाएं।

इस संबंधी उप-कुलपति डा. जसपाल सिंह संधू ने बताया कि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी ने, पहले ही अपने आप नवंबर, 2018 से अपने डॉक्टरेट प्रोग्रामों के लिए ऑनलाइन वाइवे लेने की शुरुआत कर दी हुई है, जिसमें अब तक अनेक पी.एच.डी. वाइवे लिए जा चुके हैं। इसके साथ जहां शोधार्थियों के वाइवे में लगने वाला समय कम होने के साथ कार्य कुशलता बढ़ी है वहां यूनिवर्सिटी का वित्तीय बोझ भी हल्का हुआ है। इस के इलावा केवल राज्य से ही नहीं बल्कि देश की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटियों और शिक्षा संस्थाओं से वाइवे के लिए परीक्षकों को चुना जा रहा है। उन्होंने बताया कि फेस टू फेस मोड में आयोजित किए जाते वाइवे में साल 2018 से अब तक 154 वाइवे वीडियो कान्फ्रैंसिंग की सुविधा के साथ करवाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि वाइवे की वीडियो भविष्य के रिकार्ड के लिए स्टोर करके रखी जाती है और यह न केवल सुपरवाइज़र और संबंधित विभाग के प्रमुख की ओर से ही नहीं, बल्कि फैकिल्टी के डीन की ओर से भी तस्दीक किया जाता है। इसका एक ओर लाभ यह हुआ कि केवल स्थानीय ही नहीं, बल्कि देश की ओर नामवर यूनिवर्सिटियों और संस्थाओं से भी वाइवे के लिए परीक्षक चुने जाते हैं, जिनमें अब तक पंजाब से 14 और आई.आई.टी., आई.आई.एम., आई.आई.एस.सी., आई.आई.एस.आई.आर. और आई.आई.एम. जैसी प्रसिद्ध राष्ट्रीय संस्थाओं से 33 परीक्षक शामिल हैं। वाइवे के संचालन के लिए आधुनिक वीडियो कांफैं्रस सहूलतों के साथ लैस दो विशेष कमरे तैयार किए गए हैं, जिनमें न केवल उम्मीदवार और परीक्षक शामिल होते हैं, बल्कि विभाग के विद्यार्थियों और फेकिल्टी सदस्यों को भी इस में शामिल होने का मौका प्रदान किया जाता है। 


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